अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री बी. एम. भामू ने सोमवार 6 नवम्बर को विद्युत उपभोक्ताओं/आम नागरिकों की विद्युत संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए हाथी भाटा पावर हाऊस जयपुर रोड अजमेर में जन सुनवाई की।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान डिस्काॅम क्षेत्रा की कुल 24 समस्याएं प्राप्त हुई, जिनमें बिल संबंधी, नए कनेक्शन संबंधी, कृषि कनेक्शन पुनः चालू करवाने संबंधी, मीटर संबंधी, ट्रांसफार्मर हटवाने संबंधी, सतर्कता जांच संबंधी, आॅडिट चार्ज संबंधी, अघातक दुर्घटना संबंधी समस्या सहित अन्य समस्याएं थी।
प्रबंध निदेशक ने जनसुनवाई शिविर के दौरान आई समस्याओं में बिल संबंधी, ट्रांसफार्मर हटवाने संबंधी, नए कनेक्शन दिलवाने, मीटर बदलवाने संबंधी समस्याओं के तुरन्त समाधान के लिए टाटा पाॅवर लि. एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है। साथ ही कृषि कनेक्शन को पुनः चालू करवाने के लिए संबंधित अधिकारी को दूरभाष पर तुरन्त निर्देश दिए कि उक्त उपभोक्ता की समस्या की जांच कर उचित कार्यवाही की जाए।
उन्होंने जनसुनवाई के दौरान आई भींडर(उदयपुर वृत्त) में अघातक दुर्घटना की समस्या के परिवादी जिसकी करीब 15 वर्ष पूर्व निगम में अस्थाई रूप से कार्य करने के दौरान दुर्घटना हुई थी उक्त परिवादी की इस समस्या के संबंध में मुख्य अभियंता को पुनः जांच कर उचित मुआवजा दिलवाने के निर्देश दिए। गंगरार (चित्तौड़गढ़) के कृषि उपभोक्ता श्री नाथू जैता के पुनः कनेक्शन करने के लिए संबंधित अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिए है। आसीन्द(भीलवाड़ा वृत्त) के उपभोक्ता की सतर्कता जांच में दुरूपयोग की राशि की पुनः जांच कर तीन दिन में समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। प्रबंध निदेशक ने बताया कि यदि किसी उपभोक्ता के भार वृद्धि के लिए जारी मांग पत्रा की राशि जमा करवाने के पश्चात् दो माह तक यदि उसका भार कार्यालय द्वारा बिल में नहीं बढ़ाया जाता है व इस दौरान यदि उसके सतर्कता जांच होती है तो ऐसे उपभोक्ता की जांच निरस्त की जाए। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कोई भी समस्या पुनः जनसुनवाई के दौरान नहीं आनी चाहिए।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान अजमेर शहर/जिला वृत्त के उपभोक्ताओं के अतिरिक्त अन्य वृत्तों जिनमें आसीन्द(भीलवाड़ा वृत्त), भींडर(उदयपुर वृत्त), गंगरार (चित्तौड़गढ़ वृत्त) के उपभोक्ता भी जनसुनवाई में उपस्थित हुए। पिछली जनसुनवाई की सत्यता जांचने के लिए जनसुनवाई अभियान के दौरान प्राप्त शिकायतों का निस्तारण तुरन्त किया जा रहा है। इसकी सत्यता जांचने के लिए प्रबंध निदेशक ने उपभोक्ता श्री लादू से दिए गए मोबाइल नम्बर पर समस्या के समाधान के लिए वार्ता की उसने बताया कि जनसुनवाई अभियान के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या जो कि काफी समय से लम्बित थी साथ ही उपभोक्ता को इधर-उधर भटकना पड़ता था इससे से आमजन को राहत मिली है। यह अभियान लगातार चलता रहें तो आम जन में डिस्काॅम के प्रति अच्छा संदेश जाएगा। इससे पूर्व टाटा पावर की कार्यप्रणाली बिल संबंधी, नए कनेक्शन संबंधी, कृषि कनेक्शन संबंधी, मीटर संबंधी, ट्रांसफार्मर हटवाने संबंधी जो भी नकारात्मक सोच उपभोक्ताओं के मन में थी वह काफी हद तक दूर हुई है व उपभोक्ता भी संतुष्ट हुए है।
जनसुनवाई के दौरान संभागीय मुख्य अभियंता (अजमेर जोन) श्री एम. बी. पालीवाल, अधीक्षण अभियंता (जि.वृ./श.वृ.) श्री ए. के. गुप्ता, अधीक्षण अभियंता (सतर्कता) श्री वी.पी. सिंह, अधीक्षण अभियंता (योजना) श्री डी. एन. जांगिड़, अति. पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश सांखला, वरिष्ठ लेखाधिकारी (आॅडिट) डाॅ. जितेन्द्र मकवाना, टीए टू एमडी श्री मुकेश बाल्दी, एएस टू एमडी उपस्थित थें। साथ ही टाटा पावर के प्रतिनिधि मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी श्री मनीष जैन, श्री पुनीत जैन, श्री आदित्य कौशिक भी उपस्थित थे।
जनसुनवाई के दौरान प्रबंध निदेशक ने पत्राकारों से वार्ता कर उन्हें बताया कि जनसुनवाई में आने वाली सभी समस्याओं का त्वरित गति से समाधान किया जाएगा। साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का उपभोक्ताओं को लाभ दिया जाएगा। इससे सरकार व डिस्काॅम के प्रति आम जन में अच्छा संदेश जाएगा। उपभोक्ताओं की ज्यादा बिल आने संबंधी अधिक शिकायतें थी जिसका जनसुनवाई के दौरान तुरन्त समाधान किया जा रहा है। साथ ही आम जन में यह विश्वास हो गया है कि जनसुनवाई के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का तुरन्त समाधान होता है।
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कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का शुभारम्भ
अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. द्वारा भारत सरकार की योजना के तहत ऊर्जा बचत के लिए आरईआरसी द्वारा चलाए जा रहे तीन दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का शुभारम्भ सोमवार 6 नवम्बर को हाथी भाटा पावर हाऊस सभागार में हुआ।
प्रबंध निदेशक श्री बी. एम. भामू ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष द्वीप जलाकर शुभारम्भ किया।
अधिशाषी अभियंता (डीएसएम) श्री बी. एस. सोनी ने बताया कि केन्द्र सरकार की योजना के तहत चलाए जा रहे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान निगम के 50 अभियंता शामिल हुए जिसमें अधिशाषी/सहायक/कनिष्ठ अभियंता एवं आईटी के अभियंता को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें बिजली की छीजत को कम करना व बिजली को बचाना मुख्य उद्देश्य होगा।