अन्नपूर्णा भंडार लिख रहा है सफलता की नई इबारत
अजमेर 25 नवम्बर । रामपुरा के ग्रामीण आज भी उन दिनाें को याद करते हैं जब अपनी जरूरत की छोटी मोटी वस्तुएं लेने भी उन्हें पीसांगन या पुष्कर जैसे कस्बों में जाना पड़ता था। ऊंचे दाम चुकाने पड़ते सो अलग । लेकिन अब हालात बदल गए हैं। रसोई और घर गृहस्थी से जुड़ी ब्रांडेड और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उन्हें गांव में ही मिल जाते हैं। यह संभव हुआ है अन्नपूर्णा भण्डार से ।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया नांद ग्राम पंचायत के पास रामपुरा गांव में यह अन्नपूर्णा भण्डार संचालित किया जा रहा है। भण्डार पर उपभोक्ताओं से जुड़ी अधिकांश वस्तुएं बाजार से कम दर पर उपलब्ध हैं। यहां के राशन दुकान संचालक श्री महावीर सिंह अन्नपूर्णा भण्डार चालू करके काफी खुश हैं। वे प्रतिमाह सवा लाख रूपये की औसत बिक्री करते हैं। ग्रामवासियों को कई नये व ब्राण्डेड सामान उक्त अन्नपूर्णा भण्डार से उपलब्ध हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इससे पहले राशन की दुकान केवल उपभोक्ता सप्ताह में ही खुली रहती थी। परन्तु अब सुबह 8.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक अन्नपूर्णा भण्डार खुला रहता है। अन्नपूर्णा भण्डार खुलने से संचालक को अतिरिक्त आय हो रही है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ हुई है।
स्थानीय उपभोक्ता श्रीमती रतन कंवर ने अवगत करवाया कि उनके द्वारा प्रति माह 7 से 8 हजार रूपये तक का सामान क्रय किया जाता हैं। श्री कुन्दन कुमार द्वारा 4 से 5 हजार रू. तक का सामान क्रय किया जा रहा है। उपस्थित ग्राहको ने बताया कि यहां अन्य दुकानों की तुलना में एम.आर.पी से कम कीमत में गुणवत्तायुक्त दैनिक घरेलु उपभोग का सारा सामान एक ही जगह आसानी से मिल जाता है।
सरकारी योजनाआें के सहारे समृद्ध बना किसान
मझेवला के लादू सिंह ने खेती के सहारे कमाए लाखों रूपये
अजमेर 25 नवम्बर । सही समय पर सही निर्णय करने से ही सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। पुष्कर के पास मझेवला गांव के किसान लादूसिंह ऎसे कृषक हैं जिन्हाेंने सरकारी योजनाओं के सहारे अपनी सफलता की कहानी लिखी। आज वे आसपास के किसानों के लिए रोल मॉडल हैं। उनके खेत फसल के साथ समृ़द्धि भी उगलते हैं।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि मझेवला के किसान लादूसिंह को विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत लाभान्वित किया गया है। आज उनके खेतों में अच्छी गुणवत्ता की फसलें पैदा होती है। पॉलीहाउस से खेती के जरिए वे अच्छी पैदावार ले रहे हैं।
कृषि विभाग के उप निदेशक श्री वी.के.शर्मा ने बताया कि कृषक लादूसिंह के पास करीब 11 हैक्टेयर जमीन है। क्षेत्र में पानी की कमी है। ऎसे में उन्हें विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत सोलर पम्प, फव्वारा सिंचाई, सीमेन्टेड जल हौज, प्याज भण्डारण गृह, प्लास्टिक लाईनिंग फार्मपौण्ड एवं पॉलीहाउस योजनाओं के तहत अनुदान देकर लाभान्वित किया गया। अब खेती उनके लिए फायदे का जरिया है।
कृषक लादूसिंह ने बताया कि इन सरकारी योजनाओं के जरिए उन्हें जहां खेती में आसानी हुई वहीं नई तकनीक के जरिये फायदा भी हुआ। अब लादूसिंह आसपास के किसानों को भी इन योजनाओं तथा तकनीक का सहारा लेने के लिए सलाह देते हैं।