राष्ट्रपति ने ई-पंचायत पायलट प्रोजेक्ट के बारे में जाना

अजमेर। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित भारतीय नवाचार परिषद के समारोह में वीडियोकान्फ्रेंसिंग के माध्यम से अजमेर जिले में संचालित ई-पंचायत पायलट प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी हांसिल की।
प्रधानमंत्री के सलाहकार एवं भारतीय नवाचार परिषद के अध्यक्ष श्री सेम पित्रोदा ने समारोह में राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी एवं केन्द्रीय मानव संसाधन विकास तथा सूचना एवं संचार मंत्री श्री कपिल सिब्बल का स्वागत करते हुए सरकार की मंशा के अनुरूप देश के आर्थिक विकास को नई ऊंचाईयां देने और शीर्षस्थ गौरव की ओर ले जाने के लिए चलाई जा रही सूचना एवं संचार के क्षेत्र में तीव्र गति से उन्नतिशील ई-पंचायत पायलट प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि देश में 25 हजार ग्राम पंचायतों को जोड़ा जा रहा है । भारत, विश्व के लिए सूचना-संचार एवं प्रोद्यौगिकी की दृष्टि से इतना उपयोगी देश बनता जा रहा है कि सभी देश इसके लिए हमारी ओर देख रहे हैं क्योंकि यहां सबसे अधिक युवा शक्ति है,जो कि प्रतिभाशाली होने के साथ साथ कार्य के प्रति समर्पण की भावना भी रखती है ।
उन्होंने राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी को उर्जा के पर्यावरण एवं संरक्षण के लिए मुरादाबाद क्लस्टर के कामगारों के लिए बनाई गई नई भट्टी और ई-पंचायत पायलट प्रोजेक्ट की दृष्टि से अजमेर जिले श्रीनगर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत कानपुरा की उपलब्धियों की दृष्टि से चुनिंदा उदाहरण के रूप में वीडियोकान्फें्रसिंग के माध्यम से देखने का अनुरोध किया ।
ग्राम कानपुरा निर्धारित समय पर रूरल ब्राडबैंड कनेक्टिविटी से राष्ट्रपति भवन से जुड़ा और श्री पित्रोदा के यह प्रश्न करने पर कि ई-पंचायत पायलट प्रोजेक्ट से गांव वालों को क्या लाभ हुआ है ।
कानपुरा के सरपंच श्री जगदीश बैरवा ने राष्ट्रपति, केन्द्रीय संचार मंत्री एवं प्रधानमंत्री के सलाहकार श्री पित्रोदा का अभिवादन किया और बताया कि ”ग्राम कानपुरा में इन्टरनेट आने के बाद यह गांव देश-दुनिया से जुड़ गया है । इसका सबसे ज्यादा लाभ काश्तकार,स्कूली बच्चों को और युवकों को हो रहा है क्योंकि उन्हें गांव में ही उनकी भूमि की जमाबंदी की नकल, मंड़ी के भाव, जन्म-मृत्यु, मूल निवास आदि प्रमाण पत्र मिल जाते हैं । टेलीमेडीसन सुविधा होने से अब गांव में बीमार व्यक्ति को अजमेर नहीं जाना पड़ता है । अजमेर के डाक्टर से सीधे सलाह मिल जाती है । श्री बैरवा ने बताया कि यहां आस-पास के गांव के स्कूलों में भी बच्चों को कम्प्यूटर ज्ञान के बारे में बताया जाता है ।
राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी को भारतीय नवाचार परिषद की ओर से श्री पित्रोदा ने परिषद की द्वितीय ”रिपोर्ट टू दा पीपुल 2012ÓÓ भेंट की । इसके बाद राष्ट्रपति ने सम्बोधित किया ।
इससे पूर्व केन्द्रीय मानव संसाधन सूचना संचार मंत्री श्री कपिल सिब्बल ने परिषद की दूसरी रिपोर्ट के प्रस्तुत करने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि देश को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाने, विकास के नये नये आयामों को छूने, रोजगार के अवसरों का लाभ उठाने और गरीबों को राष्ट्र की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए सभी क्षेत्रों में नवाचार जरूरी हैं ।
उन्होंने बताया कि देश की 25 हजार ग्राम पंचायतों को नेशनल ऑप्टिकल फाईबर सूचना प्रोद्यौगिकी प्रणाली से जोडऩे के लिए 20 हजार करोड़ रूपये की राशि सरकार खर्च करेगी। उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडि़त जवाहर लाल नेहरू के विज्ञान व तकनीकी विकास के लिए किये गये संकल्प के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि देश का हर युवक , बच्चा कम्प्यूटर, सूचना तकनीकी, शिक्षा, विकास और निर्माण से जुड़कर रोजगार प्राप्त करें, हर हाथ को काम मिले, सरकार की हमेशा यही मंशा रही है ।
इस अवसर पर जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया, श्रीनगर पंचायत समिति के प्रधान श्री रामनारायण गुर्जर, भारत संचार निगम के उपमहाप्रबंधक श्री रवीन्द्र जाखड़, निक जयपुर के प्रभारी अधिकारी श्री अमित अग्रवाल व श्रीपाल यादव, अजमेर निक प्रभारी श्री अंकुर गोयल सहित ग्रामीण पुरूष व महिलायें मौजूद थे।

1 thought on “राष्ट्रपति ने ई-पंचायत पायलट प्रोजेक्ट के बारे में जाना”

  1. सब पता है प्रणव दा को देश कैसे चल रहा है कितना इन्टरनेट का विकास हुआ है.
    गाँव में लाइट तो आती नहीं क्या ख़ाक इन्टरनेट चलायंगे.
    टाइम पास करने को मीटिंग कर ली.

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