भारत को महाशक्ति बनाने के लिए संघर्ष करना होगा

अजमेर। सर्वधर्म समन्वय मंच की और से विश्व शक्ति भारत की आवश्यकता साम्प्रदायिक सौहार्द-एक विवेचना विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार और लेखक पद्मश्री मुजफ्फर हुसैन ने कहा कि भारत को महाशक्ति बनाने के लिए अन्दर और बाहर की कुछ ताकतों से मजबूती से लडऩा होगा। साम्प्रदायिक सौहार्द कायम करने के लिए पूरी ताकत लगानी होगी। अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक के बीच के झगड़े को खत्म करना होगा। साम्प्रदायिक सौहार्द की ताकत से ही 10 साल में पाकिस्तान का नाम मिट सकता है और तभी हमारा देश अखंड भारत बन पायेगा।
हुसैन शनिवार शाम जवाहर रंगमंच पर बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज किस अखंड भारत की बात की जाती है, हमारा देश तो आजादी के पहले और बाद में कई बार टूटा और अभी भी टूटा हुआ है। पहले अंग्रेजों के कारण भारत से बर्मा अलग हुआ, बाद में पाकिस्तान। इसके लिए तत्कालीन नेतृत्व की नीतियां जिम्मेदार रहीं। यदि सरदार वल्लभ भाई पटेल के हाथ सत्ता सौंप दी जाती तो पाकिस्तान नहीं बन सकता था।
अध्यक्षता कर रहे अंजुमन सैयद जादगान के पूर्व अध्यक्ष सैयद गुलाम किबरिया चिश्ती ने कहा कि साम्प्रदायिक, सौहार्द, एकता, भाईचारा बना रहा तो अवश्य एक दिन हमारा भारत देश शक्तिमान बनेगा। ख्वाजा साहब की दरगाह और तीर्थ गुरू ब्रह्मा की नगरी पुष्कर की साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पूरे विश्व में दिखाई पड़ती है। उन्होंने देश की रक्षा के लिए हर वक्त कुर्बानी देने का आव्हान करते हुए कहा कि हम उसकी आंख फोड़ देंगे, जो हमारी तरफ  आंख और उठायेगा।
विशिष्ठ अतिथि के रूप में महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रोफेसर भगवती प्रसाद सारस्वत ने कहा कि भारत देवभूमि है। इसमें विविधता में एकता है। हम भाग्यशाली हैं जो भारत में जन्मे। इस अवसर पर व्यवस्था प्रमुख सैयद इब्राहिम फखर ने सभी अतिथियों का परिचय और स्वागत किया। प्रोफेसर सारस्वत ने प्रस्तावना प्रस्तुत की। कार्यक्रम संयोजक आनन्द सिंह राजावत ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, विधायक अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी, पूर्व शहर अध्यक्ष पुर्णाशंकर दशोरा, भाजयुमो अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह शेखावत सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
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