अजमेर, । अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार द्वारा पुष्कर मेले की आवश्यक व्यवस्थाओं के सम्बंध में अनदेखी किये जाने पर नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि सरकार से पुष्कर मेले हेतु अजमेर के उर्स मेले की भांति स्थायी व बेहतर प्रबंध किये जाने हेतु विभिन्न स्तरों पर पर्याप्त बजट की मांग की जा रही थी परन्तु सरकार द्वारा मात्र 1.25 करोड़ का बजट आंवटित किया गया है जो कि ऊंट के मुहं में जीरे के समान प्रतीत होता है। इस सवा करोड़ के बजट में से भी लगभग 30 प्रतिशत राशि हेलीपेड निर्माण पर खर्च होने वाली है जिसका कोई लाभ आम मेलार्थी को नहीं मिलने वाला है। देवनानी ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पुष्कर का विश्वविख्यात धार्मिक मेला प्रारम्भ होने में मात्र 18 दिन शेष रहे है तथा पशुपालकों के आने का क्रम तो प्रारम्भ भी हो चुका है परन्तु अभी तक पुष्कर मेले को लेकर सरकार की कोई स्पष्ट योजना व व्यवस्थाऐं नजर नहीं आ रही है। पशुपालकों के लिए मेला क्षेत्र में ना तो पानी व चारे की कोई व्यवस्था अभी तक की गयी है और ना ही कोई सफाई व्यवस्था प्रारम्भ हुई है।
उन्होंने इस बात पर भी अपनी चिन्ता व्यक्त की है कि प्रशासन द्वारा सड़क निर्माण, पेयजल व्यवस्था, बिजली व्यवस्था आदि के सम्बंध जिस गति से कार्य हो रहे है उनका मेला प्रारम्भ होने तक पूर्ण होना संदिग्ध है अथवा कार्यो के नाम पर लीपापोती की जाकर सरकारी राशि के दुरूपयोग होने की सम्भावना लग रही है। पर्यटन विभाग व पशुपालन विभाग की भी ऐसी कोई योजना व तैयारी नजर नहीं आ रही है जिससे मेले का आकर्षण बढ़ सके। उन्होने यह भी कहा कि रात को तेज सर्दी शुरू हो चुकी है परन्तु प्रशासन का पशुपालको के ठहरने की पुख्ता व्यवस्था किये जाने की कोई योजना नजर नहीं आ रही है जिससे इस बार भी उन्हें ठण्ड के मौसम में खुले आसमान के नीचे ही रातें गुजारनी पड़ेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार से बार-बार यह मांग की जा रही है कि अजमेर की भांति पुष्कर में भी स्थायी विश्रामस्थलियों का निर्माण कराया जाऐं जिससे पशुपालकों व तीर्थयात्रियों को आवास सुविधा मिल सके साथ ही सरोवर पर स्थित घाटों पर महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए स्थायी व पर्याप्त स्थान वाले कक्षों का निर्माण कराया जाऐं परन्तु सरकार ने अभी तक इस सम्बंध में कोई रूचि नहीं दिखाई है।
उन्होने यह भी कहा कि प्रशासन को घाटों के किनारे स्थित होटलों के सरोवर की तरफ खुलने वाले कमरों की खिड़कियों को बन्द कराया जाना चाहिए जिससे वहां ठहरने वाले पर्यटक सरोवर में स्नान करने वालों की शूटिंग नहीं कर सके। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि पुष्कर मेले की व्यवस्थाओं के सम्बंध में गम्भीरता बरतते हुए मेले में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं, पर्यटकों, पशुपालकों के लिए बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु पर्याप्त बजट आंवटित करते हुए प्रशासन को मेले की तैयारियों के सम्बंध में तेजी लाने के निर्देश दिये जाऐं साथ ही सरकार द्वारा नगर पालिका को आवंटित 50 लाख, मेला विकास समिति को आवंटित 25 लाख व पर्यटन विभाग को आवंटित 14 लाख के बजट को योजनाबद्ध तरीके से मेंलार्थियों को बेहतर सुविधाऐं उपलब्ध कराने के लिए खर्च किया जाऐ।
LEADERS KO KURSI SE UTARTE HI SAB TARAF KAMIYAAN VA GALTIYAAN KYUN DIKHAAI DETI HAIN?