स्वामी शांतानन्द जी उदासीन की 43वीं पुण्यतिथी पर हुए कई आयोजन

श्री शांतानन्द जी महाराज अपने जीवन में पुरूषार्थी रहे। – महंत हनुमानराम

अजमेर 07 फरवरी। श्री शान्तानन्द उदासीन आश्रम, चुंगी चौकी के पास ़पुष्कर, अजमेर में श्री शांतनन्द उदासीन आश्रम ट्रस्ट पुष्कर के संस्थापक स्वामी शांतानन्द जी उदासीन की 43वीं पुण्यतिथी बड़े हर्षोल्लास से मनाई गयी। इस अवसर पर महंत राममुनि और महंत हनुमानराम उदासीन के सानिध्य में शिवाभिषेक, हवन और भण्डारे का आयोजन किया गया।
श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम के महंत राममुनि जी ने बताया कि आश्रम में सुबह रूद्राभिषेक, हवन और श्री शांतानन्द उदासीन महाराज जी की पुजा कर अंत में सभी भक्तों के लिये आम भण्डारे का आयोजन किया गया। भण्डारे में अलग-अलग राज्यों से आये भक्तों ने भाग लिया और प्रसादी ग्रहण की।
महंत हनुमानराम जी ने स्वामी शांतानन्द जी उदासीन के बारे जानकारी देते हुए बताया कि यह वेदांत के प्रचारक थे। यह बहुत ही हर्ष का विषय है कि शांतानन्द जी महाराज अपने जीवन में पुरूषार्थी रहे। उन्होने उदासीन सम्प्रदाय के लिये बहुत काम किये। स्वामी जी उदासीन सम्प्रदाय के एक बहुत ही अच्छे संत थे जिन्होने आश्रम की स्थापना की और समस्त भक्तों के लिये एक विश्राम का स्थल बनाया।
इस अवसर पर संतों द्वारा प्रवचन और सत्संग का भी आयोजन किया गया। पुण्यतिथी अवसर पर अजमेर व पुष्कर के अनुयायियों ने भाग लिया।

कंवल प्रकाश
9829070059

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