आज दिनांक 15.03.2018 को ज.ला.ने. चिकित्सालय में ए.आर.टी. सेन्टर द्वारा अजमेर संभाग शल्य चिकित्सको हेतु एच.आई.वी./एड्स पर एक कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें अजमेर संभाग के लगभग 50 वरिष्ठ शल्य चिकित्सकों ने भाग लिया। राजस्थान स्टेट एड्स कन्ट्रोल सोसायटी जयपुर के अनुसार एड्स रोगियों के साथ शल्य चिकित्सा में हो रहे भेदभाव के कारण यह कार्यशाला आयोजित की गई। उक्त कार्यशाला के प्रारंभ में डॉ. सी.के. मीणा ने भारत में चल रहे एच.आई.वी./एड्स प्रोग्राम की जानकारी दी, डॉ. विजयलता रस्तोगी ने शल्यक्रिया के दौरान यूनिवर्सल प्रिकॉशन के बारे में जानकारी दी, डॉ. चरण सिंह जिलोवा ने भारत सरकार द्वारा पारीत एच.आई.वी. एड्स एक्ट-2017 के बारे में जानकारी दी, डॉ. सुनील गोठवाल ने एड्स रोगी की शल्यक्रिया करते हुये यदि किसी चिकित्सक के साथ कोई दुर्घटना हो जाये तो उसके उपचार हेतु पी.ई.पी. (पोस्ट एक्सपोजर प्रोफाईलेक्सिस) के बारे में बताया एवं अंत में ए.आर.टी. सेन्टर के डाटा मैनेजर यतीश अग्रवाल ने बताया कि फरवरी 2018 तक ए.आर.टी सेन्टर अजमेर में एड्स रोगियों की संख्या बढ़कर लगभग 5200 हो गई है प्रतिवर्ष लगभग 600 एड्स रोगी ए.आर.टी. सेन्टर पर रजिस्टर्ड होते है।
यतीश अग्रवाल
डाटा मैनेजर
ए.आर.टी सेन्टर
ज.ला.ने. चिकित्सालय अजमेर
मो. न.ं 9828974199