ग्रीनटेक मेगा फूड पार्क का रूपनगढ़ में शुभारम्भ

केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और साध्वी निरंजन ज्योति ने किया शुभारम्भ
अजमेर 29 मार्च । केन्द्रीय खाद्य प्रसस्ंकरण मंत्री हरसिमरत कौर बादल एवं राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने गुरूवार को रूपनगढ़ में उद्योग मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत,संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत के साथ ग्रीनटेक मेगा फूड पार्क का शुभारम्भ किया।
शुभारम्भ समारोह में श्रीमती बादल ने कहा कि यह मेगा फूड पार्क नौजवानों, किसानों, महिलाओं एवं उद्यमियों के लिए एक सौगात है। किशनगढ़ की मार्बल मण्डी विश्वविख्यात है। रूपनगढ़ भी खाद्य प्रसस्ंकरण के माध्यम से 3 साल के भीतर विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाएगा। कृषि का उत्पादन ऋतु आधारित होता है। कच्चे माल की कुछ समय तक ही आवक रहती है। ऎसे में उद्यम का खर्च कम करने के लिए सामान्य सुविधाएं एक जगह उपलब्ध करवायी गई। प्रसस्ंकरण उद्योग से किसान खुशहाल होंगे। किसान अपनी उपज को मण्डी के अलावा अन्य स्थानों पर मूल्य संवर्धन के माध्यम से बेचकर आय बढ़ा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि रूपनगढ़ में मेगा फूड पार्क का केन्द्रीय प्रोसेसिंग हब होगा। इसके प्राइमेरी प्रोसेसिंग यूनिट चुरू, जयपुर, टोंक एवं नागौर में विकसित किए जाएंगे। इससे किसानों को लाभ मिलेगा। उपज बेचने के लिए अतिरिक्त विकल्प उपलब्ध होने से उपज का अच्छा मूल्य प्राप्त होगा। इसके माध्यम से किसान ई नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट से जुड़ पाएंगे और किसान देश की लगभग 550 मण्डियों में अपने उत्पाद बेच सकेंगे।
उन्होंने कहा कि 42 मेगा फूड पार्क की योजना 2008 में लागू की गई थी। वर्ष 2014 तक 2 पार्क ही शुरू किए गए थे। वर्तमान सरकार द्वारा गत चार वर्षों में 11 पार्क आरम्भ किए जा चुके है। इस वर्ष 10 और फूड पार्क शुरू हो जाएंगे। शेष मेगा फूड पार्कों को भी आगामी 6 माह में पूर्ण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्पदा के माध्यम से उद्यमी कृषि आधारित प्रसस्ंकरण उद्योग लगाकर 35 प्रतिशत तक का अनुदान प्राप्त कर सकते है। उद्यमी को 5 लाख से 5 करोड़ तक की सब्सिीडी प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार फूड पार्क की लागत का 50 प्रतिशत 50 करोड़ की सीमा तक अनुदान देय होगा। रूपनगढ़ मेगा फूड पार्क में 40 यूनिट उद्यम स्थापना की क्षमता है। इनका सालाना टर्नओवर 450 से 500 करोड़ होने का अनुमान है। यह पार्क 5 हजार व्यक्तियों को रोजगार तथा 20 हजार किसानों को उपज का उचित मूल्य प्रदान कर लाभान्वित करेगा।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार 10 एकड़ की भूमि पर मिनी फूड पार्क की स्थापना पर 10 करोड़ की सब्सीडी देगी। इसमें स्थापित उद्यमों को भी 5 करोड़ तक की सब्सीडी प्राप्त होगी। इसके लिए कोई भी उद्यमी एवं किसान समूह बनाकर आवेदन कर सकते है।
उन्होंने कहा कि रूपनगढ़ के फूड पार्क में ईसबगोल प्रसस्ंकरण प्लान्ट के लिए विशेषज्ञ सेवाएं मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाएगी। मंत्रालय यूनिट को खड़ा करने के साथ ही 2 वर्ष तक ईसबगोल की बिक्री में भी सहयोग करेगा। इसके अतिरिक्त बैकवर्ड लिंकेज के लिए फ्रीजर वैन, डीप फ्रीज एवं फूड टेस्टिंग लैब के लिए भी नियमानुसार सब्सीडी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगुनी करने के लिए आवश्यक है कि किसानों को प्रौद्योगिकी आधारित खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। किसान का परिवार एक स्वयं सहायता समूह की तरह कार्य करें। जीरो टोलरेंस ऑन फूड वैस्टेज की नीति अपनाते हुए उत्पादित पूरे खाद्यान को थाली तक पहुंचाया जाना सुनिश्चित किया जाए।

कृषि एवं कृषि प्रधानता है भारत की विशेषता – साध्वी ज्योत
केन्द्रीय खाद्य प्रसस्ंकरण उद्योग राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि किसानों के द्वारा उत्पादित फसलों की बर्बादी रोककर प्रधानमंत्री का किसानों की आय दुगुनी करने का सपना साकार किया जा सकता है। मेगा फूड पार्क के विकसित होने से किसानों के साथ-साथ युवाओं को भी रोजगार प्राप्त होगा। उद्यमों द्वारा किसानों से सीधा खरीदने पर बिचौलिए नहीं होने से उन्हें फसल का उचित मूल्य मिलेगा। इससे किसान अपनी फसल को सड़कों पर नहीं फैंकेगा। केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित वर्ड फूड इण्डिया आयोजन में 70 देशों के प्रतिनिधि आए। भारत की पहचान उसकी कृषि और ऋषि प्रधानता है। किसान सरकार के साथ धैर्य से कंधे से कंधा मिलाकर देश के विकास के लिए अग्रसर है।
राजस्थान के उद्योग मंत्री श्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि विश्व में खाद्यान का पर्याप्त उत्पादन होने के बावजूद भूखे सोना न्याय संगत नहीं है। प्रतिवर्ष लगभग 92 हजार करोड़ का खाद्यान संरक्षण के अभाव में नष्ट हो जाता है। किसानों की आय दुगुनी करने के लिए फसल का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही संरक्षण भी आवश्यक है। राजस्थान के किसानाें ने साहसिक खेती करके राज्य को विभिन्न जिंसों में अव्वल बनाया है। वर्तमान में राजस्थान में 4 फूड पार्क एवं 2 स्पाईस पार्क कार्यरत है। राजस्थान सरकार कृषि क्षेत्र में उद्यम स्थापना पर बिजली ड्यूटी, मण्डी टेक्स, भूमि कंवर्जेन पर 50 प्रतिशत तथा ब्याज पर 5 प्रतिशत अनुदान दे रही है। राजस्थान भारत का इंडस्ट्रीयल हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। किसान अन्नदाता है और भगवान का दूसरा रूप है।
संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि मेगा फूड के माध्यम से रोजगार में वृद्धि होगी और किसानों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा। नेपाल के संसद सदस्य श्री बिनोद चौधरी ने कहा कि मेगा फूड पार्क कृषि क्षेत्र में नई क्रािंत का सूत्रपात बनेगा इससे किसान उद्यमी और उद्यमी किसान बन जाएंगे।
शुभारम्भ समारोह में नेशनल रिसर्च कॉर्पोरेशन के डॉ. एच.पुरूषोत्तम एवं ग्रीनटेक के श्री अजय गुप्ता के मध्य ऊर्जा, अनुसंधान एवं प्रसस्ंकरण के संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
ग्रीनटेक के चेयरमेन श्री आई.सी.अग्रवाल ने कहा कि इस फूड पार्क से कृषि उत्पादों को प्रसस्ंकृत कर बाजार तक पुहंचाया जाएगा। रूपनगढ़ में भण्डारण के लिए वैयर हाउस, शीतगृह, डीप फ्रीजर एवं औद्योगिक भूमि उपलब्ध है। अपशिष्ट पदार्थों एवं उपयोग में लिए गए जल का शतप्रतिशत पुर्नचक्रण किया जाएगा। किसानों को फसलों की जानकारी देने के लिए प्रशिक्षण केन्द्र भी निर्मित होगा। किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए एक फाइनेंस कम्पनी आरम्भ की गई है। यह कम्पनी किसानों की फसल लेकर उसके बदले में कम ब्याज पर धनराशि उपलब्ध करवाएगी। किसान बाजार भाव के उपयुक्त होने पर वह माल बेच सकेगा।
उन्होंने गौ आहार रिसर्च एण्ड डवलपमेंट सेंटर बनाने की भी घोषणा की इससे किसान कम पानी में अधिक उपज ले सकेंगे। इसके लिए अन्तर्राष्ट्रीय संस्था ईस्कॉन के द्वारा अनुसंधान सहयोग प्राप्त होगा।
शुभारम्भ समारोह में सांसद रघु शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर विधायक श्री मोहनलाल गुप्ता, आयुक्त उद्योग श्री कुंजीलाल मीना, बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक श्री एल.सी उप्रेती, ग्रीनटेक के प्रबंध निदेशक श्री वरूण चौधरी, उद्यमी श्री आत्मा राम गुप्ता, श्री सुरजा राम मील उपस्थित थे।

भारतीय शिक्षुता परीक्षा के लिए आवेदन एक अप्रेल से
अजमेर 29 मार्च । आगामी 2 मई से 11 मई के मध्य आयोजित होने वाली अखिल भारतीय 107वीं शिक्षुता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन एक अप्रेल से भरे जा सकेंगे।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य श्री नरेश शर्मा ने बताया कि 107वीं अखिल भारतीय शिक्षुता परीक्षा आगामी 2 मई से आरम्भ होगी। इंजीनियरिंग ड्राईंग एवं प्रायोगिक परीक्षा ऑफलाइन तरीके से 5 मई तक तथा सैद्धातिंक, कार्यशाला गणना विज्ञान एवं राजेगारपरक, कौशल परीक्षा 9 मई से 11 मई तक ऑनलाइन सम्पादित होगी। परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षुता को डीजीटी डॉट सीबीटी एक्जॉम डॉट इन पर एक अप्रेल से 10 अप्रेल के मध्य ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऑनलाइन आवेदन पर जारी एनरॉलमेंट आईडी सहित हार्ड कॉपी में आवेदन पत्र निर्धारित शुल्क के साथ 12 अप्रेल तक संबंधित औद्योगि प्रशिक्षण संस्थान में जमा करवाना होगा। आगामी 15 अप्रेल तक समाप्त होने वाले प्रशिक्षण के अभ्यर्थी भी इसके लिए आवेदन के पात्र होंगे।

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