राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन के एक सदस्य द्वारा किये गए इस सर्वे में95.83%शिक्षकों ने कहा हां शिक्षकों को BLO कार्य से मुक्त रखा जाए।इसके पक्ष में432 में से414 वोट आये जबकि विपक्ष में13 वोट जो कुल वोटो का3.01 % था जबकि 5 वोट अर्थात1.16% ने कुछ भी कहने में अपनी असमर्थता जाहिर की।
सरकार के निर्देशों और रटे के प्रावधानों के अनुसार शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त रखा जाए का उल्लंघन करते हुए शिक्षकों को BLO का कार्य लिया जा रहा है।यही नही केकड़ी ब्लॉक में तो अनेक BLO को निलंबित तक किया जा चुका है।कालांतर में शिक्षक संघो के दबाव के बाद उनको बहाल किया गया था।कुल मिलाकर अतिरिक्त कार्य लिया गया और निलबिंत भी किया गया इस प्रकार शिक्षकों का भारी शोषण किया गया।शिक्षकों का मुख्य कार्य शिक्षा प्रदान करना है परंतु इसके ठीक विपरीत सरकार शिक्षकों को MPW बनाकर अपनी हर योजना के क्रियान्वयन का दायित्व शिक्षकों पर थोपती रही है। सरकार चाहे कांग्रेस की हो या भाजपा की सबने शिक्षकों से बेगार ली है।जब शिक्षक अपने हितों की बात करता है तो सरकारे अनेक बहाने बनाकर तमाम जायज मांगो को ठुकरा देती है या लंबित बनाये रखती है।यह सरकारों की कथनी और करनी में स्पष्ट अंतर परिलक्षित करती है।