*अजमेर शहर कांग्रेस सेवादल एवं शहर कांग्रेस जन ने सेवादल संस्थापक डॉ. नारायण सुब्बाराव हार्डिकर की जयंती मनाई* :- सांसद डॉ.रघु शर्मा जी ने सभी को सम्बोधित किया सभी वरिष्ठ कांग्रेस जन शहर अध्यक्ष विजय जेन,हाजी कयूम खान, राजकुमार पण्ड्या, हेमन्त भाटी, विजय नागौरा जी सभी ने हार्डिकर जी के विचारों को सभी को आत्मसात करने जन-जन तक पहुचाने की बात कही, एवं रघु शर्मा जी सेवादल के संस्थापक डॉ. नारायण सुब्बाराव हार्डिकर जी की 123 जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप मे बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि डॉ. नारायण सुब्बाराव हार्डिकर ने ब्रिटीशकाल में स्वदेशी व वदेमातरम का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए सेवादल का गठन किया गया था, सेवादल के माध्यम से हार्डिकर ने स्वतंत्रता आन्दोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन किया, युवाओं को स्वतंत्रता आन्दोलन के लिए प्रेरित करते रहे।
जिसके चलते आन्दोलन अंतिम चरण पर पहुंचा। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी एवं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को डॉ. हार्डिकर के विचारो से प्रेरणा लेकर स्वदेशी जागरण की मुहिम चलानी चाहिए। सेवादल के जिला अध्यक्ष एवं पार्षद आचार्य आशीष शर्मा ने कहा कि सेवादल के संस्थापक डॉ. हार्डिकर का जन्म 7 मई 1889 को रत्नगिरी तालुक्य हार्डी गांव में हुआ था। इसकी प्रारभिक शिक्षा धारवाड में हुई, सन 1905 को बांग्लादेश विभाजन के समय एक बडा आन्दोलन शुरु हुआ, जनता ब्रिटीशराज के विरुद्व खडी हुई। डॉ. हार्डिकर पर इस आंदोलन का बडा असर हुआ।
डॉ. हार्डिकर ने युवाओं को जुटाकर आर्यबाल सभा की स्थापना की, साथ ही स्वदेशी, वंदेमातरम का भी प्रचार करते थे। सन 1931 के स्वतंत्रता आन्दोलन में सेवादल प्रबल पात्र रहा। सरदार बल्लभ भाई पटेल ने सेवादल की बडी प्रशंसा की, 1931 में गांधी जी ने सेवादल के अच्छे कार्यो को देखकर इस दल को कांग्रेस मे विलीन कर दिया। सेवालद का जन्म 1923 के मध्य हुआ। आयोजित कार्यक्रम का संचालन सेवादल के जिला मुख्य संगठक शेलेन्द्र अग्रवाल जी ने करते हुये सभी को सम्बोसहित किया, सहित अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये तथा संस्थापक डॉ. हार्डिकर के जीवन पर प्रकाश डाला।
*अधिवक्ता के.सी.जोनवाल*