अन्जुमन मोहिब्बाने अहलेबेत की जानिब से एतेकाफ में बैठे इबाबदत गुज़ारो का दिली इस्तकबाल
अजमेर 15 जुलाई (वि.) विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती र.अ. कि दरगाह स्थित ऐतिहासिक शाहजाहनी मस्जिद व अकबरी मस्जिद सहित शहर की अनेक मस्जिदों में रमजानुल मुबारक के दूसरे अशरे 20 रमजानुल मुबारक 6 जून बुधवार बाद नमाज-ए-अस्र से एतेकाफ में बैठे सभी इबाबदत गुज़ारो का आज शव्वाल का चाँद दिखाई देने पर एतेकाफ पूरा हो गया। इस मुबारक मौके पर अंजुमन मोहिब्बाने अहलेबेत की जानिब से गुजिश्ता सालों की तरहा इस साल भी दस्तारबन्दी, गुलपोशी व नज़राना देकर दिली इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर अंजुमन सैय्यदजादगान के सदस्य सैयद मुनव्वर चिश्ती, मिर्जा मोईन अरशदी, हाजी सैयद गफ्फार फरीदी, गद्दी नशीन एस.एफ. हसन चिश्ती, पीर सैयद अहमद हसन, आरीफ हुसैन, सैयद नज़र हुसैन, शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती, मेहफूज मिर्जा, सैयद फजले अली उस्मानी, रफीक कादरी, पूर्व पार्षद शाकीर खान, सहित संस्था के अध्यक्ष अहसान मिर्जा, उपाध्यक्ष – सैय्यद हमीदुद्दीन मोईनी, सचिव – सैय्यद गुलाम हसन चिश्ती, सदस्य – सैयद लबीब चिश्ती, शाहनवाज मिर्जा सहित मुस्लिम समाज के गणमान्य नागरीक, जायरीन व एतेकाफ में बैठने वालों के परिजन मौजूद थे।
