भवन निर्माण मजदूरों का धरना, मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन

अजयमेरू भवन एवं संनिर्माण कर्मयोगी यूनियन के तत्वाधान में भवन निर्माण मजदूरों ने जिला कलेक्ट्रेट पर विषाल धरना दिया। यूनियन के अध्यक्ष गणपतलाल गोरा, और महामंत्री हरीबाबू षर्मा के नेतृत्व में 400 से अधिक महिला-पुरूष मजदूरों ने धरने में भाग लिया।
संयुक्त श्रमिक समन्वयन समिति अजमेर के अध्यक्ष मोहन चेलानी ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा, कि खुली मजदूरी करने वाले गरीब मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के लिए राजस्थान सरकार गम्भीर नहीं है। नये निर्माण पर लगाये गये सेस/टैक्स की मात्र 10 प्रतिषत राषि को मजदूरों के लिए खर्च की गई है और इससे कही अधिक राषि सरकार विज्ञापनों पर खर्च कर रही है। चेलानी ने भवन निर्माण मजदूरों के लिए वृद्धावस्था पेन्षन, रोजगार की गारन्टी और षहर के प्रमुख चौराहों पर रोजगार के इन्तजार में खड़े श्रमिकों के लिए षेड व पानी की व्यवस्था की मांग की। उन्होंने षहर की कॉलोनियों में कार्यरत विस्थापित श्रमिक के लिए चलायमान षौचालयों की भी व्यवस्था करने की मांग की।
समिति के पदाधिकारी और राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ के कान्ति कुमार षर्मा, उमेष षर्मा, गुलाब सिंह भाटी ने सम्बोधित करते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली में चल रही अव्यवस्थाओं को सुधारने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सैकडों वृद्धजन व गरीब, कलेक्ट्रेट में पेन्षन कार्ड के लिए परेषान होते हैं।
यूनियन के गणपतलाल गोरा और हरीबाबू षर्मा ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि नोट बन्दी और जीएसटी लागू होने के बाद अनेक उद्योग बन्द हो गये, जिससे मजदूर बेरोजगार बैठे हैं। इन बेरोजगार मजदूरों को रु. 5000/-प्रतिमाह पेन्षन देने की भी मांग की। उन्होंने 60 वर्ष से बड़ी उम्र के श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ, आवास निर्माण ऋृण योजना में आर्थिक सहायता, श्रमिकों को टूल किट, वृृद्धजन व विधवा महिलाओं की पेन्षन राषि बढ़ाने, बन्द की गई पेंषन को पुनः चालू करने की मांग का मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन, जिला कलेक्टर को सौंपा गया।
धरने पर राजकुमार गोरा, गोपाल कान्त बैरवा, प्रेमचन्द बैरवा, मदन सिंह रावत, श्रवण सिंह रावत, गोमी देवी, पारसी देवी, सन्तोष मीरा साहित 400 से अधिक श्रमिक धरने पर थे

(गणपतलाल गोरा)
अध्यक्ष

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