अजमेर। जौंसगंज संगम विहार कॉलोनी में मंदिर पर नये धान, सब्जियों आदि का अन्नकूट बनाकर भगवान को भोग लगाया गया। ज्ञातव्य है कि पुरातन परंपरा के मुताबिक अन्नकूट का अपना ही महत्व है। अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण करने वाला स्वस्थ्य व निरोगी रहता है। इसलिए पहला भोग भगवान को लगाकर श्रद्धालुओं को अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया जाता है। इसमें पंचकुटे की सब्जी, कढ़ी, चावल, बाजरे का खीचड़ा, पूड़ी आदि का भोग भगवान को लगाकर पूजा अर्चना के पश्चात् भंडारे में श्रद्धालुओं को अन्नकूट का प्रसाद दिया गया।
