अजमेर। ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में हजरत उमर फारुखे आजम की याद में यौमे उमर बड़ी ही अकीदत और अहतराम से मनाया गया। हर साल की तरह इस साल भी ख्वाजा साहब की दरगाह में अंजुमन की जानिब से यौमे उमर मनाया गया। इसमें दरगाह जियारत को अजमेर आये हजारों जायरीन ने शिरकत की और हजरत उमर की जिन्दगी के नक्शेकदम पर चलने की दुआ मागी। मगरिब की नमाज के बाद दरगाह के महफिलखाने में जायरीन के लिए लंगर का भी इन्तजाम किया गया तो इसी तरह रात बाद मामूले आस्ताना आहता ए नूर में एक महफिल भी सजाई गयी और हजरत उमर की जीवनी पर रोशनी डाली गयी। महफिल में कव्वाली से लेकर नात व तकरीरों का दौर देर रात तक जारी रहा। अकिदतमंदों ने अपने अपने घरों में हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के खलीफा हजरत उमर की नियाजो नजर का भी सिलसिला कायम रखा और अल्लाह से सच्चे इंसानियत और भाईचारा के रास्ते पर चलने की दुआ मांगी।
