पुष्कर में हुई फायरिंग व तलवारबाजी

पुष्कर। दीपावली पूर्व हुई मामूली कहासुनी की घटना ने गुरूवार को हिंसक रूप धारण कर लिया और तलवारबाजी और फायरिंग की घटना के बीच लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए। पुष्कर के छोटी बस्ती क्षेत्र में हुई इस वारदात से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और मेले से पूर्व ही प्रशासन और पुलिस को अपना डेरा पुष्कर में डालना पडा।
कार को साइड देने की बात को लेकर हुई इस घटना में एक पक्ष में दूसरे पक्ष के आलोक भारद्वाज के साथ मारपीट की। आक्रोशित लोग दूसरे पक्ष के वीनस रेस्टोरेन्ट जा पहुंचे और माहौल तनावपूर्ण हो गया। अचानक ही एक गुट की ओर से पहले हवा में 4 फायर किये गये और फिर पांचवीं गोली एस डी शर्मा के पांव में जाकर लगी। तलवारों और बोतलों से हुए इस खूनी संघर्ष में सुरेन्द्र राजोरिया, राहुल राजोरिया, दिलीप मंगानी, आलोक भारद्वाज सहित श्रेया भारद्वाज घायल हुए, जिन्हें पुष्कर के राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया। एस डी शर्मा और सुरेन्द्र राजोरिया को गंभीर चोटें लगने के कारण अजमेर के जेएलएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। बाद में कुछ अन्य घायलों को भी जेएलएन रेफर किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए सीआई गोपाल लाल, सीओ अरूण माचा ने मोर्चा संभाल लिया। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थनल का मौका मुआयना कर वारदात को अंजाम देने वाले हिम्मत सिंह की तलाश शुरू कर दी। इसके लिए 3 टीमें भी गठित की गई। शाम तक संभावित स्थानों पर दबिश जारी रही। वही पार्षद शक्ति सिंह शेखावत को पुलिस ने घटनास्थल से ही हिरासत में ले लिया। घटना के बाद पूरे पुष्कर में तनाव का माहौल हो गया। कुछ लोगों ने एक क्षेत्र विशेष के पूरे बाजार बन्द करा दिये, लेकिन आधा पुष्कर खुला रहा। पुलिस की ओर से सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त जाप्ता तैनात कर दिया गया। इसी कड़ी में उपखंड अधिकारी निशु अग्निहोत्री और एएसपी ग्रामीण रामदेव सिंह भी मौके पर पहुंचे और पुष्कर मेले को देखते हुए लोगों से अपील की कि वे शंाति व्यवस्था बनाए रखें। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही अन्य आरोपी भी पकड़े जायेंगे।
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