आज दिनांक 10.09.2018 सोमवार प्रेस क्लब वैशाली नगर अजमेर में आयोजित ईटरनल हिन्दु फांउडेशन एक परिचय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हनुमान सिंह राठौड़ विचारक एवं लेखक और कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय शर्मा राष्ट्रीय संयोजक ईटरनल हिन्दु फांउडेशन, विशिष्ट अतिथि तेजस्वी शर्मा ईटरनल हिन्दु फांउडेशन राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कार्यक्रम में भाग लिया।
मुख्य अतिथि हनुमान सिंह राठौड़ ने बताया कि हम हिन्दुओं को गुलाम मानसिकता से निकलने की अत्यन्त आवश्यकता है इस सोेच ने हमें अपने ही संस्कारों व मन्दिरों से दूर कर दिया हैं। मन्दिर जाने की प्रवृति और इच्छा दोनों में निरन्तर कमी दर्ज हुई हैं। हिन्दू समाज के उत्थान के लिए परम्पराओं एवं संस्कारों की वापसी अत्याधिक आवश्यक हैं। पुराने समय में मन्दिर देना का स्थान मानें जाते थें। जो बदल कर अब केवल मांगने का स्थान बन गया हैं। भारत सदा वैभवशाली होने की वजह से कभी भी आक्रमणकारी नहीं परन्तु बौद्धिक विजेता बन कर विश्वगुरू कहलाया। संस्कार सदैव हिंदु जीवन पद्धति के अभिन्न अंग रहे है। आधुनिकता के नये परिवेश के प्रभुत्व के कारण युवा वर्ग में संस्कारों का अभाव प्रतीत होता है। इस हेतु हमारे स्वंयसेवक संस्कार ज्ञान की कक्षाएं भी इन मन्दिरों से चलाते है।
मंदिरों में संस्कार व्यवस्था होनी चाहिए। उसके लिए पुजारी का पुर्णकालिक होना चाहिए लेकिन यह तब संभव है जब उसके परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी हिन्दू समाज को चिंता करनी होगी। हनुमान सिंह जी ने हिन्दूओं को पुनः मन्दिरों से जोड़ने के ईटरनल हिन्दू फाउडेशन के प्रयास की प्रशंसा की और लोगों से इस कार्यक्रम से जुड़ने की अपील की।
तेजस्वी शर्मा ईटरनल हिन्दु फांउडेशन राष्ट्रीय प्रवक्ता ने मन्दिर परिसरों से सेवाऐं उपलब्ध करानें के इस प्रायोजन में सभी हिन्दू सगठनों से संगठित होकर काम करने की अपील की।
ईटरनल हिन्दू फाउण्डेशन के राष्ट्रीय संयोजक संजय शर्मा ने संगठन के हिन्दू उत्थान के कार्यक्रमों की रूप रेखा का उल्लेख किया। उन्होंने इस संस्था की गतिविधियाँ उद्देश्य के बारे विस्तृत रूप से जानकारी दी। ईटरनल हिन्दु फांउडेशन अपने शाश्वत देवालय कार्यक्रम के तहत चार प्रमुख केन्द्र बिन्दुओं पर कार्यरत है। सेवा केन्द्र, शिक्षा केन्द्र, संस्कार केन्द्र, स्वरोजगार केन्द्र सेवा केन्द्र के तहत इटरर्नल हिन्दु फांउडेशन मन्दिर पररिसरों से स्वास्थ्य निरीक्षण की व्यवस्था करता है हमारे स्वंयसेवक गरीब, जरूरतमंद तबके लिए रक्तचाप, मधुमेह इत्यादि निशुल्क निरीक्षण करते है। शिक्षा केन्द्र के तहत हमारे स्वंयसेवक मन्दिर परसिर से ही अंग्रजी, गणित, एवं विज्ञान की निशुल्क कोंचिग प्रदान करते है। स्वरोजगार केन्द्र के तहत कौशल विकास हेतु विभिन्न प्रकार कलाएँ सिखाने का प्रावधान किया जाता है इसमें जैसे – साबुन बनाना, पापड़ बनाना, सिलाई, कढाई इत्यादि के हुनर जिससें कोई भी स्वाबलम्बन से जीवन व्यतीत कर सकें सिखायें जाते है। मन्दिर परिसरों से ही कानूनी सलाह भी हमारें वकील स्वयंसेवकों द्वारा निशुल्क प्रदान की जाती है। मन्दिर परिसरों में ही आजीविका, परामर्श और सरकारी सुविधाएँ प्राप्त करने की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाती है। हमारा उद्देश्य हिन्दुओं को जागृत कर वापिस मन्दिरों से जोड़ना है। इसी कारण सभी सुविधाएं मन्दिर परिसर से ही शुरू की गई है।
इस कार्यक्रम में संदीप भार्गव, सेवा भारती के प्रान्त सहमंत्री मोहन खण्डेलवाल, श्यामबिहारी शर्मा, मोहन यादव, सम्मान सिंह बड़गुर्जर, रामचरण बंसल, विश्वहिन्दू परिषद के विभाग मंत्री शशि प्रकाश इन्दोरिया, जिला मंत्री लेखराज राठौड़, पुरोहित संघ के पण्डित सुदामा शर्मा, संतोष गुप्ता, संजय सैनी, देवीलाल, गोपाल शर्मा, विजय खेमानी, प्रकाश मेहरा, विजय मेहरा, राजेन्द्र अग्रवाल, प्रदीप मेहरा, दौलत खेमानी, नीरज पारीक, विक्रम सिंह राठौड़, लोकेश शर्मा आदि उपस्थित रहें।
इस अवसर पर संयोजक बच्चू सिंह बैंसला ने कार्यक्रम पधारे सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम का मंच संचालन डाॅ. अरविन्द शर्मा ने किया।