अजमेर 05 अक्टूबर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड प्रबन्ध मण्डल ने निर्णय लिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी विद्यालय, जहाँ स्वयं के विद्यालय के विद्यार्थी परीक्षा दे रहे है, ऐसे केन्द्रों पर अन्य सरकारी विद्यालयों के वीक्षक और स्टाफ की नियुक्ति की जायेगी। प्रबन्ध मण्डल द्वारा बोर्ड अध्यक्ष के चयन के लिए राज्य सरकार को राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. के. कोठारी और एस.के.एन. कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के कुलपति प्रो. पी.एस. राठौड को चयन समिति में सदस्य के रूप में नामित करने की अनुशंषा की।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभा भवन में शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा नवगठित बोर्ड प्रबन्ध मण्डल की पहली बैठक में बोर्ड अध्यक्ष प्रो. बी.एल. चौधरी ने सभी सदस्यों का स्वागत किया।
प्रबन्ध मण्डल ने उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में त्रुटि करने वाले परीक्षकों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के प्रस्ताव को भी स्वीकार किया। बोर्ड सदस्यों का कहना था कि मूल्यांकन में कोताही बरतने वाले परीक्षकों के विरूद्ध निदेशक माध्यमिक शिक्षा को भी विभागीय कार्यवाही हेतु सूचित किया जाये।
परीक्षा संबंधी समस्त व्यवस्था ऑनलाईन करने से खर्चों में वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए परीक्षा आवेदन पत्र के अग्रेषण शुल्क में नियमित परीक्षार्थियों हेतु 30/- रूपये के स्थान पर 50/- रूपये प्रति परीक्षार्थी तथा स्वयंपाठी परीक्षार्थियों हेतु 50/- रूपये के स्थान पर 70/- रूपये प्रति परीक्षार्थी संशोधित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया। यह बदलाव बोर्ड परीक्षा 2019 से मान्य होगा।
बोर्ड प्रबन्ध मण्डल ने राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा-2017 के सफल आयोजन के लिए बोर्ड अधिकारियों-कर्मचारियों और इससे जुडे़ शिक्षाविदों की सराहना की और सर्वसम्मति से कहा कि इस परीक्षा के संबंध में लम्बित सैकडों न्यायिक प्रकरणों को जिस त्वरित तरीके से बोर्ड अधिकारियों ने अपना पक्ष रखकर न्यायालय से निस्तारित कराया उससे प्रदेश में हजारों परीक्षार्थियों के लिए रोजगार की राह खुली।
बैठक में बोर्ड प्रबन्ध मण्डल की विभिन्न उप समितियों का पुर्नगठन किया गया –
सम्बद्धता समिति के सदस्य श्रीमती प्रमिला शर्मा, श्री महेशचन्द्र आमेटा, श्री सुभाष चन्द मीणा, श्री राजेश कुमार मीणा।
वित्त समिति के सदस्य डॉ. शिवदयाल सिंह, प्रो. राजीव सक्सैना, डॉं. जी. सोरल, डॉ. पवन कुमार शर्मा, श्री बजरंग प्रसाद मजेजी, श्रीमती दीप्ति आनन्द।
परीक्षा समिति के सदस्य श्री देवलाल गोचर, श्री मोहन पुरोहित, श्री महेश चन्द्र आमेटा, प्रो. जी. सोरल, डॉ. नारायण लाल गुप्ता, डॉ. आशीष सिसोदिया।
मूल्यांकन समिति के सदस्य प्रो. एन. के. पाण्डेय, डॉ. मंजु शर्मा, डॉ. लालसिंह राजपुरोहित, सुश्री प्रमिला शर्मा, डॉ. भगवती प्रसाद नंदवाना, श्री प्रदीप गोयल, श्री तेजपाल उपाध्याय।
पाठ्यचर्या समिति के सदस्य प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल, डॉ. आशीष सिसोदिया, डॉ. देव कोठारी, डॉ. सुशील कुमार बिस्सू, डॉ. जी.एस. देवड़ा, डॉ. धनंजय कुमार सिंह, डॉ. अमित राजवंशी, डॉ. गंगाश्याम गुर्जर, डॉ. राधा किशन मोटवानी, डॉं. नारायण लाल गुप्ता, प्रो. बी. एल. हिरण, डॉ. कैलाश चन्द्र शर्मा, डॉ. राजेन्द्र कुमार शर्मा, प्रो. जी. सोरल, प्रो. दवे, डॉ. के. एस. गुप्ता, डॉ. इनाक्षी चतुर्वेदी, डॉ. ओ. पी. देवासी, डॉ अनूप आत्रेय, प्रो. सुरेश चन्द्र राजौरा, डॉ. विश्वा चौधरी, डॉ रेखा यादव, प्रो. भारती भटनागर, डॉ सीमा राठौड, डॉ. मदनसिंह राठौड, डॉ. मोईनुद्दीन, डॉ. कमला गोखलानी, डॉ. इकबाल सिंह गोदारा, डॉ. अशोक पटेल, डॉ. प्रकाश अमरावत, डॉ. विष्णु गोयल, प्रो. सी. आर. सुथार, प्रो. यू. सी. जैन, प्रो. पी. कटारिया।
बैठक में प्रबन्ध मण्डल के सदस्य आयुर्वेदिक विभाग की निदेशक श्रीमती स्नेहलता पंवार, पूर्व अध्यक्ष प्रो. भरतराम कुम्हार, डॉ. शिव दयाल सिंह, प्रो. कैलाश डागा, प्रो. सुरेश अग्रवाल, प्रो. पी.के शर्मा, डॉ. लालसिंह राजपुरोहित, डॉ. गिरिश सोरल, मोहन पुरोहित, राजेन्द्र सिंह तंवर, प्रो. भगवती प्रसाद नन्दवाना, बजरंग प्रसाद मजेजी, रमेश अग्रवाल, डॉ कृष्ण कुमार मंगल, प्रो. सुशील गहलोत, तेजपाल उपाध्याय, डॉ. शशिकला मनिहार, अशोक कुमार सिडाना, सुरेश चंद कुन्तल, महेश चंद आमेटा, श्रीमती दीप्ति आनन्द, पूनमचंद पालीवाल, बृजनन्दन श्रंृगी, देवलाल गोचर, बृजमोहन रामदेव और श्री अवधेश तिवारी ने भाग लिया। बैठक का संचालन बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने किया।
उप निदेशक (जनसम्पर्क)
