नव-निर्मित गहन चिकित्सा इकाई भवन का उद्घाटन

ब्यावर। अजमेर जिला कलेक्टर श्री वैभव गालरिया ने रविवार को ब्यावर स्थित श्री पार्श्वनाथ जैन चिकित्सालय एवं शोध संस्थान परिसर में नव-निर्मित गहन चिकित्सा इकाई भवन का उद्घाटन किया । इस मौक ेपर समारोहाध्यक्ष के रूपमें ब्यावर क्षेत्रा के विधायक शंकर सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि केरूप में नगरपरिषद ब्यावर के सभापति डॉ0 मुकेश मौर्य तथा एसडीओ ब्यावर आईएएस इन्द्रजीत सिंह व तहसीलदार प्रशिक्षु आईएस अभिमन्यु कुमार मौजूद थे। इसे विशेष संयोग ही कहा जाएगा कि गहन चिकित्सा इकाई के उदघाटन समारोह के मूुख्य अतिथि श्री गालरिया सन् 2002 में श्री पार्श्वनाथ जैन चिकित्सालय के उद्घाटन अवसर पर ब्यावर में एसडीओ का पद सुशोभित किये हुए थे।
रविवार को जिला कलेक्टर श्री गालरिया ने जैसे ही श्री पार्श्वनाथ चिकित्सालय में पदार्पण किया तो उनके मुखमण्डल पर खुशी झलक पड़ी। उन्होंने नवनिर्मित आईसीयू भवन के अवलोकन से पूर्व 10 वर्ष पूर्व शुरू हुए इस चिकित्सा संस्थान का चिकित्सालय अधीक्षक डॉ0 एन0एम0 ंिसंघवी, कार्यालयाध्यक्ष जंवरीलाल सिसोदिया, ट्र्रस्ट मंत्राी मदनसिंह कूूमट सहित ट्रस्ट के पदाधिकारियों , नगरपरिषद सभापति डॉ0 मुकेश, एसडीओ इन्द्रजीतसिंह, तहसीलदार अभिमन्यु व डॉक्टर्स के संग अवलोकन किया। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ0 एन0एम0सिंघी ने उन्हें वांछित जानकारी दी। जिला कलेक्टर यह जानकर खुश हुए कि चिकित्सालय अपनी स्थापना के बाद काफी विकास किया है। चिकित्सालय में बनाये गए ओपीडी , आपातकालीन कक्ष, महिला प्रसूति विभाग , नवजात शिशु गहन इकाई, नैत्रा विभाग , नैत्रा ऑपरेशन थियेटर, पुरूष मेडिकल मेल वार्ड, हड्डी विभाग में आधुनिक आईआईटीवी मशीन, दंत विभाग, एक्सरे कक्ष व सोनोग्राफी कक्ष सहित अन्य व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा और साथ चिकित्सालय में भर्ती मलेरिया व टाइफाइड मरीज दीना काठात, निमोनिया मरीज सोमेश सिसोदिया तथा दिल के मरीज राजेश इत्यादि से उनकी कुशलक्षेम भी पूछी।
श्री पार्श्वनाथ चिकित्सालय परिसर में करीब 55 लाख रूपये की लागत से नवनिर्मित आधुनिकतम सुविधाओं से युक्त गहन चिकित्सा इकाई भवन के उद्घाटन समारोह में मुख्य तिथि जिला कलेक्टर श्री गालरिया ने इस जनहितकारी कार्य हेतु 7 लाख रूपये की आर्थिक मदद देने वाले दानवीर कर्नावट परिवार के डॉ0 बी0सी0 कर्नावट को संस्थान की ओर से शॉल, माला व साहित्य भेंट कर अभिनन्दन कर उनके योगदान की सराहना की। जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान समय में निजी क्षेत्रा में बिना व्यावसायिकता अपनाते हुए ‘ ‘न लाभ – न हानि ’’ के आधार पर मरीजों को सस्ती एवं अच्छी चिकित्सा सेवाएं सुलभ कराना एक बड़ा ही चुनौतिपूर्ण कार्य है । जिसको श्री पार्श्वनाथ चिकित्सालय ट्स्ट ने सम्भ्।व कर दिखाया ह,ै जो काबिले तारिफ हैं। उन्होंने दानदाता कर्णावट परिवार की तरह अन्य दानदाताओं को आगे आने हेतु आव्हान किया और कहाकि राज्यसरकार के द्वारा संचालित निःशुल्क दवा वितरण योजना की भंाति निजी क्षेत्रा के चिकित्सालयों में ऐसी स्कीम लागू कर जरूरतमंद गरीब लोगों को राहत पहुंचायी जा सकती है। श्री गालरिया ने अपने झालावाड़ जिला कलेक्टर का अनुभव सुनाते हुए ब्यावर क्षेत्राके अन्तर्गत संचालित चिकित्सालय में भी मेडिकल कॉलेज होने का आभास कराया तथा मेडिकल कॉलेज होने से जनहित की दृष्टि से चिकित्सकीय क्षेत्रा में कई स्पेशिलिएस्ट सुविधाओं के विस्तार का मार्ग प्रशस्त हा ेसकता हैैं।उन्होंने इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से समुचित सहयोग हेतु आश्वस्त भी किया।
विधायक शंकरसिंह रावत ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए निजी क्षेत्रा में संचालित अन्य चिकित्सालयों की तुलना में ब्यावर उपखण्ड तथा पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा जिले से जुड़े ब्यावर शहर के श्री पार्श्वनाथ चिकित्सालय द्वारा मरीजों को प्रदान की जारही चिकित्सा सेवाओं को काफी अच्छा व सरानीय बताया तथा आईसीयू निर्माण कराने में सहयोग देने हेतु दानवीर कर्नावट परिवार को साधुवाद दिया। विधायक श्री रावत ने जिला कलेक्टर स े ब्यावर के राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में रिक्त पदों पर चिकित्सकों की तैनाती कराने , जालिया प्रथम गांव से पाली जाने वाले मार्ग पर पुलिया निर्माण कराने, पंचायत समिति जवाजा क्षेत्रा के गांवों को बीसलपुर योजना का पेयजल सुलभ कराने तथा ब्यावर को जिला बनाने की दृष्टि से समुचित प्रशासनिक कार्यवाही हेतु अनुरोध किया।
विशिष्ट अतिथि के रूपमें ब्यावर नगरपरिषद के सभापति डॉ0 मुकेेश मौर्य ने श्रीपार्श्वनाथ् ा चिकित्सालय एवं शोध संस्थान में कीगई सेवाओं का स्मरण किया तथा बताया कि इस चिकित्सालय में सभी चिकित्सक एवं स्टाफकर्मी मरीजों को निस्वार्स्थ एवं बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं लेकिन अभी भी चिकित्सालय में सुविधाएं एवं सेवाओं के विस्तार की काफी सम्भावनाएं है। जिसके लिए निरन्तर प्रयाससरत रहना होगा। सभापति ने समाजसेवी कर्नावट परिवार को बधाई दी तथा इस चिकित्सालय विकास में आ रही दुविधाओं के निवारण की ओर जिला प्रशासन का ध्यान दिलाया। ब्यावर एसडीओ इन्द्रजीतसिंह ने विशिष्ट अतिथि के रूपमें उद्गार व्यक्त करतेहुए शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को विकास का मूल आधार बताया । उन्होंने विकासार्थ सार्वजनिक क्षेत्रा व निजी क्षेत्रा की भागीदारी को रेखांकित कर इस चिकित्सालय की प्रगति हेतु उपखण्ड प्रशासन की ओर से यथेष्ट सहयोग के प्रति आश्वस्त किया। तहसीलदार प्रशिक्षु भारतीय सेवा केडर के अधिकारी अभिमन्यु कुमार ने विशिष्ट अतिथि की हैसियत से कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्रा में प्रगति हेतु निजी सैक्टर एवं पब्लिक सैक्टर दोनों को मिलकर आम जरूरतमंद लोगों को राहत प्रदान की जासकती है, इससंबंध में भविष्य में तरक्ककी हेतु ट्रस्टियों को मिलजुलकर प्रयास करने होंगे।
चिकित्सालय अधीक्षक डॉ0 एन0एम0 सिंघवी ने अपने राजकीय सेवाकाल के अनुभव बांटें तथा आर्या महासति श्री उमराव कुंवर जी म0स0 की प्रेरणा व आशिर्वाद से स्थापित हुए श्री पार्श्वनाथ चिकित्सालय व शोध संस्थान के प्रति शुरू से ही काफी लगाव रहना बताया । डॉ0 सिंघवी ने कहा कि चिकित्सालय का सम्पूर्ण स्टाफ दिलोजान से पीड़ितों के इलाज हेतु तत्पर रहता है, जिसे आगे भी निरन्तर जारी रखने की जरूरत है। चिकित्सालय अधीक्षक ने डॉ0 बी0सी0 कर्णावट के द्वारा प्रदत्त अथक सेवाओं एवं चिकित्सालय को प्रदत्त आर्थिक सहयोग की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की।
चिकित्सालय के कार्यालयाध्यक्ष जंवरीलाल सिसोदिया ने स्वागत भाषण दिया तथा ट्र्स्ट के मंत्राी मदनसिंह कूमट ने चिकित्सालय की विकास-यात्रा की प्रस्तुति दी तथा संचालन नौरतमल दुग्गड़ ने किया।संस्थान की ओर से अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट कियेगए। समारोह दौरान सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश शर्मा, चैनसुख हैडा, बालूराम सैन, इन्द्रसिंह बागावास, रतनचंद मोदी, पदमचंद कांकरिया, उत्तमचंद मोदी, शान्तिलाल नाबिया, रमेशचंद मेड़तवाल, माणकचंद चौपड़ा, महावीरसिंह नाहर, महेन्द्र बोहरा, अरविन्द खींचा सहित अन्य प्रबुद्ध नागरिकगण, चिकित्साकर्मियों ने भाग लिया ।

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