चातुर्मास संपन्न, प्रसन्न सागर महाराज ने ली विदाई

अजमेर। श्री दिगम्बर जैन मुनि संघ सेवा समिति के तत्वावधान में मुनि प्रसन्न सागर महाराज ससंघ के सान्निध्य में त्रयदिवसीय महोत्सव विश्व शांति महायज्ञ के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर 108 हवन कुंड बनाये गये, जिस पर अलग अलग जैन परिवारों द्वारा आहुतियां दी गर्इं। हवन कुड में मुख्य पात्र के रूप में आयोजन के सहयोगी प्रदीप पाठनाय परिवार रहे। इस अवसर पर चातुर्मास निष्ठापन्न का आयोजन हुआ। इसके अन्तर्गत स्थापित कलश पूरणचन्द पाटनी परिवार, अशोक टोंग्या परिवार, पदम प्रभु गुरूभक्त परिवार को दिये गये, जिनका समिति अध्यक्ष ज्ञानचन्द गदिया, नरेन्द्र गोधा, पदम सोगानी, नितीन दोसी, लोकेश जैन द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
दोपहर में शुरू हुए दूसरे सत्र के दौरान भव्य पिच्छिका परिवर्तन का कार्यक्रम हुआ। इसमें मुनिश्री ने अपनी पुरानी पिच्छिका अमित बडज़ात्या मुम्बई वालों को पूरी तरह संयमी होने पर प्रदान की। इसके बाद मुनिश्री का मंगल विदाई विहार समारोह पूर्वक आयोजित किया गया। रविवार को मुनि प्रसन्न सागर महाराज अजमेर से बिजोलिया पाश्र्वनाथ क्षेत्र के लिए अहिंसा संस्कार पदयात्रा पर निकल पड़े। मंगल विदाई के अवसर पर हजारों की संख्या में मौजूद जैन धर्मावलम्बियों की आंखों से आंसू झरने लगे। मुनिश्री बिजोलिया पाश्र्वनाथ क्षेत्र में पहुंच कर 31 दिसम्बर 2012 को विदाई देकर 1 जनवरी 2013 नये वर्ष का स्वागत करेंगे।
error: Content is protected !!