फेफड़ा शरीर का चौकीदार कमजोर ना होने दें-डॉ दाधीच

धूल, धूंआ और धोखे से बचें, पूरा सोएं, योग प्रणायाम करें
सीओपीडी दिवस पर निःशुल्क शिविर का सैकंड़ों ने उठाया लाभ

अजमेर, 21 नवम्बर( )। अस्थमा, एलर्जी, टीबी, स्लीप व श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ प्रमोद दाधीच ने कहा कि फेफड़ा शरीर का चौकीदार है, इसे कमजोर ना होने दें। फेफड़ा कमजोर हुआ तो शरीर में अनेक रोग घुस जाएंगे।
डॉ प्रमोद बुधवार को विश्व सीओपीडी दिवस के अवसर पर मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर के सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में श्वास व अस्थमा रोगियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने श्वास रोगियों को बताया कि जिस तरह पानी की पाइप लाइन संकुचित होने या रुक जाने पर पानी घर तक नहीं पहुंच पाता है तो पूरे परिवार का जीवनयापन दूभर हो जाता है, इसी तरह शरीर में श्वास नली सिकुड़ी होने पर फेफड़ों को पूरी ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, इससे फेफड़ा कमजोर होने लगता है और मौका पाकर शरीर में बहुत रोग घुस जाते हैं।
दवा में समयांतराल का ध्यान रखें-
डॉ दाधीच ने रोगियों को सलाह दी कि स्वस्थ्य रहने का सबसे पहला काम जीभ पर नियंत्रण रखना सीखें। धूल, धूंआ और धोखे ( धोखा यानी घर-घर बने डाक्टरों की सलाह) से बचें। नियमित, निरंतर, व सही तरीके से दवा लें। दवा लेने के समयांतराल का विशेष ध्यान रखें वरना बीमारी ठीक नहीं होगी।
सस्ती दवा अच्छी हो जरूरी नहीं-
डॉ दाधीच ने रोगियों को आगाह किया कि सस्ती दवा आज के आहार-विहार परिवेश, प्रदूषित पर्यावरण के संदर्भ में समझकर डॉक्टर की सलाह से ही लेवें । उन्होंने बताया कि वर्तमान में वह इन्हेलर अच्छा है जिससे फेफड़े दवा ज्यादा पाएं और पेट में दवा कम जाए।
शरीर में आक्सीजन की कमी के बताए लक्षण-
डॉक्टर ने रोगियों को कहा कि शरीर की जरूरत को समझें, अपने सोने व जागने के समय को निश्चित रखें। नियमित व्यायाम करें। उन्होंने फेफड़ों को स्वस्थ्य और मजबूत बनाने की श्वसन क्रियाएं एवं योग-प्रणायाम के सही तरीके समझाए। रोगियों को बताया कि शरीर में ऑक्सीजन कम होने पर जीभ व नाखुन में नीलापन होने लगता है, शरीर में ऊर्जा की कमी होने लगती है, वजन में गिरावट होती है, सांस लेने में तकलीफ व छाती में जकड़न महसूस होती है। शरीर में ताकत नहीं रहती जल्दी थकान होने लगती है।
इससे पहले मित्तल हॉस्पिटल में लगे निःशुल्क जांच व परामर्श शिविर में अजमेर व अजमेर के आसपास के सैकंड़ों रोगियों ने लाभ उठाया। शिविर में पहुंचे रोगियों की कम्प्यूटर द्वारा फेफड़ों की निःशुल्क स्पायरोमिट्री व स्मोक चैक मीटर जांचें की गई। हॉस्पिटल की ओर से डायटीशियन नोशिना खान ने खान-पान संबंधित सलाह दी। शिविर में पंजीकृत रोगियों को मित्तल हॉस्पिटल की ओर से चिकित्सक द्वारा निर्देशित अन्य जांचों पर 25 प्रतिशत तथा प्रोसीजर्स पर 10 प्रतिशत तक की छूट सात दिवस के लिए प्रदान की गई है। शिविर के आरंभ में हैड हॉस्पिटल एडमिनीस्टेªशन डॉ विद्या दायमा ने चिकित्सक का परिचय कराया एवं सीओपीडी दिवस पर प्रकाश डाला।

संतोष गुप्ता
प्रबंधक जनसम्पर्क/9116049809

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