-देवनानी की अगुवाई में व्यापारी एसोसिएशन के नुमाइंदों ने एसपी से की मुलाकात
-टैªफिक पुलिस की एकतरफा कार्यवाही पर जताया रोष
-टीआई सुनीता गुर्जर को फील्ड पोस्टिंग से हटाने की मांग
-एसपी ने पुनरावृत्ति नहीं होने का दिलाया भरोसा
देवनानी और व्यापारियों का कहना था कि यदि व्यापारियों को विश्वास में लेकर कोई भी कार्यवाही की जाती है, तो समस्या का समाधान भी संभव होता है। लेकिन कोई भी अधिकारी महज अफसरी रूतबे से किसी भी समस्या का समाधान नहीं कर सकता है। यदि व्यापारियों को विश्वास में लिया जाए, तो वे प्रशासन का सहयोग करने को तैयार हैं।
व्यापारियों ने कहा कि टीआई सुनीता गुर्जर ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान दुकान पर बैठे एक व्यापारी का हाथ पकड़ कर नीचे उतारा और उससे बदसलूकी करते हुए अपने स्टाफ से व्यापारी को पुलिस की गाडी में पटकने के निर्देश दिए। जबकि यातायात पुलिस के अधिकारी को इस तरह की कार्यवाही करने का कोई अधिकार नहीं है। व्यापारियों और देवनानी ने कहा, वे भी इस बात के पक्षधर हैं कि टैªफिक व्यवस्था में सुधार हो और लोगों को राहत मिले, लेकिन जिस तरह कार्यवाही की जाती है या की गई है, उसे कोई भी जायज नहीं ठहरा सकता है। देवनानी ने कहा कि उन्होंने टीआई सुनीता गुर्जर को फोन पर धमकाया नहीं, बल्कि कानून व विधिसम्मत तरीके से कार्यवाही करने और व्यापारियों से बदसलूकी नहीं करने को कहा था, लेकिन जिस तरह से उनकी फोन पर बातचीत का जानबूझ कर वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर वायरल कराया गया है, वह किसी अधिकारी तो क्या, किसी भी व्यक्ति को शोभा नहीं देता है। इससे जाहिर होता है कि सरकार बदलते ही अधिकारी बेलगाम हो गए हैं और उनके लिए जनता कोई मायने नहीं रखती है। उन्होंने कहा कि भले ही सरकार बदल गई है, लेकिन अधिकारियों को शालीनता और जनता के प्रति अच्छा व्यवहार कभी नहीं बदलना चाहिए।
देवनानी और व्यापारियों को पुलिस अधीक्षक और पुलिस उप अधीक्षक टैªफिक ने विश्वास दिलाया है कि इस तरह की पुनरावृत्ति नहीं होगी। देवनानी और व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि टैªफिक इंस्पेक्टर सुनीता गुर्जर को फील्ड पोस्टिंग से हटाकर अन्यत्र पोस्टिंग की जाएगी और अन्य अधिकारियों की कार्यशैली में भी सुधार होगा। एसपी से मिलने वालों में पार्षद भारती श्रीवास्तव, मदार गेट व्यापारी एसोसिएशन के नुमाइंदों में विमल गर्ग, अनिल खंडेलवाल, गोपाल गोयल, गोविंदराम गर्ग, महेंद्र गुप्ता, अमित गर्ग, आशुतोष, गणेश गहलोत आदि शामिल रहे।