उन्होंने सोमवार को जल भवन में जलदाय विभाग के आला अधिकारियों से मुलाकात कर पेयजल समस्या उठाने पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन द्वारा जारी बयान की आलोचना करते हुए कहा कि वे जब मंत्री थे और भाजपा का शासन था, तब भी पानी की समस्या के लिए निरंतर माॅनिटरिंग करते रहे। अधिकारियों को सख्त हिदायतें देते रहे। यही नहीं, अपने कार्यकाल के दौरान पिछले पांच साल में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था मे सुधार के लिए करीब सौ किमी. नई स्टील की पाइप लाइन डलवाई। पानी के पर्याप्त स्टोरेज के लिए दो टैंक स्वीकृत कराए जिनका निर्माण कार्य प्रगति पर है, कई पुरानी और क्षतिग्रस्त पाइप लाइनें बदलवाईं। लेकिन विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद अधिकारी बेलगाम हो गए थे, जिससे जलापूर्ति व्यवस्था गड़बड़ा गई। उल्लेखनीय है कि जैन ने मंगलवार को जारी बयान में देवनानी और भाजपा पर सत्ता से बाहर होते ही जनसमस्याओं और अनियमित जलापूर्ति व्यवस्था को लेकर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाया था।
देवनानी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि कांग्रेस ने पिछले पांच साल तक जनता की किसी भी समस्या को लेकर कभी कोई आंदोलन नहीं किया। जनता के दुख-दर्द में कभी भी भागीदार नहीं बनी। जबकि हम सत्ता में रहते हुए हमेशा जनता के हितों की रक्षा के लिए तत्पर रहे और सरकारी बैठकों में विभिन्न समस्याओं को उठाते हुए उनका समाधान करने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंत्री पद पर रहते हुए उनके लिए हमेशा यह प्राथमिकता रही कि शहर की जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार हो और शहरवासियों को बिना किसी व्यवधान के नियमित रूप से जलापूर्ति होती रहे। इसलिए कांग्रेस को देवनानी और भाजपा पर घड़ियाली आंसू बहाने या सत्ता से बाहर होते ही जनता की सुध लेने का आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक शहर को 48 घंटे के अंतराल से नियमित रूप से जलापूर्ति नहीं होने लग जाए। वह 96 और 108 घंटे में जलापूर्ति होने से चिंतित हैं और इस समस्या का समाघान कराकर ही चैन लेंगे। उन्होंने कहा कि वे सरकार से ब्राह्मणी नदी का पानी बीसलपुर बांध तक पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना को जल्द शुरू कराने का आग्रह करेंगे। यह योजना भाजपा के शासनकाल में मंजूर हो चुकी है। इस योजना के पूरा होने पर ही हमेशा के लिए अजमेर शहर और जिले की पेयजल समस्या का समाधान हो सकेगा।