गुरू और शिष्य का अत्यन्त निकट का सम्पर्क होता है

दो दिवसीय श्री शांतानन्द व स्वामी हिरदाराम साहेब जी के जीवन दर्शन महोत्सव का हुआ समापन
20 दिसम्बर-गुरू और शिष्य का अत्यन्त निकट का सम्पर्क होता है जिसमें भगवान मौन आर्शीवाद देते हैं इससे हमारी परम्परा आगे विकसित होती है,ऐसे आर्शीवचन अनन्त श्री विभूषित महामण्डलेश्वर स्वामी गुरशणानन्द जी महाराज ने स्वामी शांतानन्द व स्वामी हिरदाराम साहिब के जीवन दर्शन पर दो दिवसीय धार्मिक आयोजन के समापन पर संत सम्मेलन में आर्शीवाद देते हुये कहे। उन्होने कहा कि श्रृद्धालुओं को चित होकर संतो का आर्शीवाद श्रृवण करें और बार बार स्मरण करें व जीव का कल्याण की कामना करे। हमें दूसरों की उपलब्धि को छीनकर अपना गुणगान नहीं करना चाहिये। अति लोभ खराब है मन को शान्त नहीं रहने देता है। महापुरूषों के वचन सभी के कल्याण के लिये और आप सभी को उन्नत मार्ग के लिये प्रेरित करते हैं।
उज्जैन के स्वामी उमेशानन्द ने कहा कि हमें सीना ठोक कर सनातन धर्म के गुणों को बताने में चूक नहीं करनी चाहिये। मानव जीव का कल्याण होना आवश्यक है और आज भी संत समाज का ही बोल बाला है उनकी वाणी से ही सद्गुण आ रहे है।
महामण्डलेश्वर कपिल मुनि जी महाराज हरेराम आश्रम हरिद्वार ने कहा कि हनुमानराम जी के महंताई समारोह के पश्चात् निरन्तर धार्मिक कार्य व सेवा कार्य हा रहे है और सभी मिलकर सहयोग देना है।
महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन ने कहा कि समापन पर आर्शीवाद देते हुये कहा कि देश भर से आये संतो ने आश्रम व इस धरा को पवित्र किया है और स्वामी शांतानन्द व स्वामी हिरदाराम साहिब के इस तपोभूमि पर आकर सभी आर्शीवाद दिया है।
भानपुरा पीठ के युवाचार्य ज्ञानानंद जी ने कहा कि जितना सीतल सत्संग है उतना ही सीतल मन को करना है और ऐसे सद्गुरूओं का आर्शीवाद मिला है तो हमारा सच्च तीर्थ हो गया है। महंत हनुमानराम ने सभी का आभार प्रकट करते हुये कहा कि संतो के आगमन से आश्रम पवित्र हो गया है और यह विराट संगम धार्मिक कुम्भ हो गया है। धर्म सभा का संचालन स्वामी विश्वेशानन्द ने किया था।
आश्रम के महंत राममुनि ने बताया कि श्री रामायण जी का अखण्ड पाठ का आज प्रातः समापन किया गया। पण्डित राजाराम आचार्य के साथ पण्डित हरिप्रसाद शर्मा, पण्डित नरेश शर्मा, पवन दाधीच और सुरेश पारीक ने अखण्ड श्री रामायण पाठ किया। इस अवसर पर समारोह में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर, अजमेर विधायक वासुदेव देवनाणी, अनिता भदेल, नगर निगम अजमेर उपमहापौर सम्पत सांखला, पार्षद मोहन लालवाणी, समाजसेवी वासुदेव मंघाणी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, प्रभू लौंगाणी, दौलतराम पमनाणी, छांगामल, हरि चंदनाणी, प्रेम केवलरामाणी, भवानी थदाणी, नरेन्द्र बसराणी, गोर्वधन मोटवाणी, मनीष प्रकाश, दिशा किशनाणी,नवलराय बच्चाणी, तुलसी सोनी सहित कई संगठनों के सेवाधारी सहित किशनगढ, मालपुरा, बैरागढ, भोपाल, भरतपुर, रायपुर सहित अलग अलग शहरों से श्रृद्धालु उपस्थित थे।
महंत हनुमानराम ने बताया कि सत्संग हॉल 40 फुट बाय 80 फुट का बनाया गया है जिसमें महंत शांतानन्द व स्वामी हिरदाराम साहिब के जीवन की स्मरणीय प्रसंगों को 3 डी व फोटो के जरिये प्रस्तुत किया गया है जो आने वाली पीढी के लिये प्रेरणा का केन्द्र बनेगी।
पधारे सन्तों का बूढा पुष्कर तीर्थ पूजन –
महासचिव कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि अनन्तश्री विभूषित काष्णिक महामण्डलेश्वर स्वामी गुरशरणानन्द जी महाराज रमणरेती धार्मिक समारोह में भाग लेने के साथ बुढा पुष्कर तीर्थ स्थान पर पूजन किया। उन्होने ऐसे तीर्थ स्थान को बढावा देने के साथ सभी को सहयोग करने की अपील की। उनके महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, महन्त हनुमानराम, गौतम सांई, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी सहित सेवाधारियों ने भव्य स्वागत किया।
सन्त महात्माओं ने सम्मिलित होकर दिये आर्शीवचन –
महामण्डलेश्वर हरी प्रकाश जी हरिद्वार, महन्त मोहनदास जी मुम्बई, महन्त रामेश्वर मुनि जी विधाता (पंजाब), महन्त लक्ष्मण दास पंचमुखी दरबार भीलवाड़ा, महन्त स्वरूपानन्द जी पंजाब, डॉ. स्वामी देवेश्वरानन्द जी हरिद्वार, महन्त रूपेन्द्र प्रकाश जी हरिद्वार, महन्त सन्तोषदास जी इन्दौर, महन्त आसनदास जी महाराज उल्लासनगर, महन्त अर्जुनदास जी उल्लासनगर, महन्त आत्मदास जी उज्जैन, महन्त श्याम सुन्दर दास जी ओंकारेश्वर, महन्त स्वरूपदास अजमेर, महन्त रामदास जी जबलपुर, महन्त खिमियादास जी महाराज सतना, महन्त ईश्वरदास जी सतना, महन्त स्वरूपदास जी खण्डवा, महन्त सन्तोषदास जी सतना, महन्त गणेशदास जी भीलवाड़ा, महन्त श्यामदास जी किशनगढ़, स्वामी साजनदास उल्लासनगर, महन्त दर्शनदास जी गांधीधाम, महन्त पुरूषोत्तम दास जी सतना, स्वामी लखमीचन्द जी गिरी भोपाल, महन्त माधवदास जी इन्दौर, स्वामी दीपक लाल जी भावनगर, महन्त बाबू गिरी जी भीलवाड़ा, स्वामी हंसदास जी रीवां, अजमेर से स्वामी ईसरदास, भाई फतनदास, महेश तेजवाणी, दादा नारायणदास ने भी आर्शीवचन दिये। दो दिवसीय आयोजन का समापन आम भण्डारे से किया गया।
स्वामी हिरदाराम साहिब के निर्वाण दिवस पर कल 21 दिसम्बर को होगी अनाथ आश्रम में फल वितरत किये जायेगें-
आश्रम के सेवाधारी प्रकाश मूलचंदाणी ने बताया कि स्वामी हिरदाराम साहिब के निर्वाण दिवस के उपलक्ष में कल 21 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे अजमेर स्थित अनाथ आश्रम में फल वितरित किया जायेगा।

कंवल प्रकाश
महासचिव
मो. 9829070059

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