वृद्धावस्था में बुजुर्ग रखें अपना बहुत ख्याल-डाॅ रणवीर

ब्लड प्रेशर, खून व पेशाब की कराते रहें नियमित जांच
अजमेर, 28 दिसम्बर( )। राजस्थान पेंशनर्स समाज जिला शाखा अजमेर एवं मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को आयोजित स्वास्थ्य पर चर्चा एवं निःशुल्क जांच व परामर्श शिविर का 60 से अधिक पेंशनर्स ने लाभ उठाया। इनमें अजमेर, बिजयनगर, पीसांगन व अन्य स्थानों से सेवानिवृत्त बुजुर्ग स्त्री व पुरुष शामिल हुए।
मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के सभागार में लगे शिविर में हाॅस्पिटल के गुर्दा रोग विशेषज्ञ डाॅ रणवीर सिंह चौधरी ने ‘करें हम परवाह अपनी सेहत की’ कार्यक्रम अन्तर्गत पंजीकृत पेंशनर्स को बढ़ती उम्र के साथ अपना बहुत ख्याल रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ शरीर का प्रत्येक अंग अपेक्षाकृत कमजोर होने लगता है। उनके शत प्रतिशत काम नहीं करने से शरीर में गड़बड़ी शुरू होती है जिसे हम बीमारी कहते हैं। बढ़ती उम्र में खान पान का सही ध्यान रखने और नियमित क्षमता अनुसार कसरत करने से स्वस्थ रहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि गुर्दा खराब होने का कोई लक्षण सामान्य रूप से दिखाई नहीं देता जैसा कि अन्य अंगों के खराब होने के लक्षण दिखाई देते हैं। हार्ट अटैक होने पर पता चलता है कि छाती में जकड़न होती है, पसीने आते हैं, लीवर खराब होने पर आंखे पीली होती दिखाई देती है, फेफड़ा खराब होने पर खांसी होती है, लेकिन गुर्दों के खराब होने के मामले में मुर्गी पहले या अंडा वाली कहावत है ब्लड प्रेशर रहने से गुर्दा खराब हुआ अथवा गुर्दा खराब होने से ब्लड प्रेशर रहने लगा। डाॅक्टर ने कहा कि यह तय है कि जिसे ब्लड प्रेशर रहता है उसका प्रभाव गुर्दों पर पड़ता ही है। एक बार गुर्दे खराब हुए तो वे वापस ठीक नहीं होते उन्हें तो बदलना होता है या डायलिसिस कराते हुए शेष जीवन गुजारना होता है।
डाॅक्टर चौधरी ने बुजुर्गों की इस भ्रांति को भी दूर किया कि डायलिसिस से गुर्दे ठीक होते हैं। उन्होंने कहा डायलिसिस से गुर्दे ठीक नहीं होते। उन्होंने बताया कि गुर्दों की कार्यक्षमता जांचने का फार्मूला होता है, यदि किसी को कोई बीमारी नहीं है तो 140 में से उम्र घटा दो यानी गुर्दे उतने प्रतिशत काम कर रहे हैं। उन्होंने बुजुर्गों को बहुत ही सरल व सहज भाषा में पावर प्रजेंटेशन के जरिए खुली चर्चा कर निरोगी, बेहतर, स्वस्थ्य और तनाव रहित अच्छी जीवन शैली जीने की बारीकियां समझाई।
इससे पूर्व पेंशनर्स का मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्रबंधक जनसम्पर्क सन्तोष गुप्ता ने स्वागत किया और उन्हें शिविर आयोजन के उद्देश्य से अवगत कराया। पेंशनर्स की ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर व ईसीजी की जांच निशुल्क की गई। उन्हें डायटीशियन नोशिना खान व मेडिकल आफिसर डाॅ सचिन ने परामर्श दिया।
पेंशनर्स समाज की ओर से संरक्षक के सी टेलर, अध्यक्ष कश्मीर सिंह, कोषाध्यक्ष सुरेश चंद शर्मा, सचिव शंकर सिंह रावत, रमेश पारीक, मानसिंह वर्मा सहित अनेक वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे। शिविर के आयोजन में मित्तल हाॅस्पिटल के प्रबंधक जनसम्पर्क युवराज पाराशर, जनसम्पर्क अधिकारी नितेश भारद्वाज का सराहनीय योगदान रहा।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर संभाग का एक मात्र एनएबीएच मान्यता प्राप्त हाॅस्पिटल है। मित्तल हाॅस्पिटल राज्य एवं केंद्र सरकार के सभी वर्तमान एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के इलाज के लिए अधिकृत है।

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