गणतन्त्र दिवस है संकल्प का दिन – डॉ. रघु शर्मा

रघु शर्मा
अजमेर, 26 जनवरी। गणतंत्र दिवस का जिला स्तरीय समारोह पटेल मैदान में आयोजित हुआ। समारोह के पश्चात चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा एवं सूचना व जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि गणतन्त्र दिवस हम सब के लिए संकल्प लेने का दिन है इस दिन समस्त देशवासियों को देश के समक्ष खड़ी चुनौतियों को दूर भगाने का संकल्प लेना चाहिए। यह चुनौतियां आंतकवाद, साम्प्रदायिकता एवं जातिवाद है जो आंतरिक और बाह्य स्तर पर देश के विरूद्ध खड़ी है।
उन्होंने कहा कि भारत देश अनेकता में एकता लिए हुए है यहां विभिन्न जाति धर्मोे के लोग निवास करते है। इनके खानपान और वेश भूषा विशिष्ठ है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कर्जे माफ करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। अधिकतम किसानों को लाभान्वित करने के लिए मंत्री मण्डलीय उप समिति बनायी गई है। राजस्थान की तमाम किसानों को आर्थिक रूप से सुदृ़ढ़ करने के लिए प्रयासरत है। दुग्ध उत्पादकों को प्रति लीटर 2 रूपये का बोनस सरकार के द्वारा दिया जाएगा। साथ ही किसानों के लिए कृषि आधारित उद्योगों की स्थापना करना आसान बनाया गया है। उद्यम स्थापना के लिए 10 हेक्टेयर तक भूमि का संपरिर्वतन की बाध्यता को खत्म किया गया हैं ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सामाजिक सरोकार से जुड़ी घोषणाओं पर अमल करना आरम्भ कर दिया है। पेंशन से मिलने वाली 500 रूपये की राशि को बढ़ाकर 750 रूपये किया है। इसी प्रकार 750 रूपये से बढ़ाकर पेंशन राशि 1000/-रूपये की गई है। इसी प्रकार किसानों को समय फसल का मूल्य उपलब्ध कराने के लिए राजफैड को एक हजार करोड़ रूपये की राशि उपलब्ध करायी है। इससे किसानों को राहत मिलेगी। सरकार ने अकाल की आंशका वाले जिलों का चिन्हिकरण करना आरम्भ कर दिया है। इससे अकाल पूर्व ही योजना बनाकर उसकी विभिषिका को कम किया जा सकेंगा।
उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों में अधिकतम व्यक्तियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शैक्षिणक योग्यता का प्रावधान हटा दिया है। इससे लोकतंत्र मजबूत होगा। मतदाता अब सीधे अपने मेयर, सभापति अथवा अध्यक्ष चुन सकेंगे। इसी प्रकार अम्बेडकर विधि विश्वविद्यालय एवं हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय को पुनः आरम्भ किया है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि स्वाइन फ्लू का उपचार आसानी से किया जा सकता है। इससे डरने की आवश्यकता नही है। स्वाइन फ्लू के लक्षणों का पता चलते ही तुरन्त चिकित्सक को दिखाना चाहिए। सरकार ने प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर टेमी फ्लू की उपलब्धिता सुनिश्चित की है इसके लिए 10 लाख दवाओं का आदेश जारी किया गया है। उसमें से एक लाख दवा विभाग को प्राप्त हो गई है। समस्त मेडिकल कर्मियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अगुवायी में एक उच्च स्तरीय बैठक स्वाइन फ्लू के नियंत्रण के संबंध में आयोजित की गई है। इसमें हाईरिक्स के मरीजों की पहचान करके उनका प्राथमिकता से उपचार करने के निर्देश दिए गए। टेमी फ्लू का कोई साइड इफ्ेक्ट नही है। स्वाइन फ्लू के विरूद्ध प्रभावी अभियान में जन समुदाय की जागरूकता महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकती है। विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में विद्यार्थियो को जागरूक किया जाएगा। जागरूकता अभियान मेें आंगनवाडी कर्मी भी लगे हुए है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सघन स्कैनिंग अभियान चलाया गया था। इस दौरान एक करोड़ से अधिक व्यक्तियों तक मेडिकल टीमें पहुंची है। स्वाइन फ्लू क लक्षण पाए जाने पर तुरन्त ही उपचार आरम्भ किया गया है। स्वाइन फ्लू पॉजेटिव पाए जाने पर संबंधित के साथ साथ परिवार के सदस्यों एवं पड़ोसियों को भी टेमी फ्लू की खुराक दी जा रही है। विभाग सजगता, संवेदनशीलता एवं जवाबदेही के साथ मुस्तैद है।

error: Content is protected !!