पुष्कर मेला परवान पर, धार्मिक मेला शनिवार से

पुष्कर। अन्तर्राष्ट्रीय पुष्कर धार्मिक मेला 24 नवंबर, कार्तिक एकादशी पंचतीर्थ स्नान से शुरू होगा और कार्तिक पूर्णिमा 28 नवंबर को महास्नान व भव्य समारोह से सम्पन्न होगा। जिला प्रशासन ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं, पशुपालकों और विदेशी मेहमानों के लिए व्यापक स्तर पर पुख्ता व्यवस्थाएं की हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पुष्कर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस के अधिकारी व जवान तैनात किये गए हैं।
उपखंड अधिकारी एवं मेला मजिस्ट्रेट निशु अग्निहोत्री ने बताया कि कार्तिक एकादशी पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए मेला क्षेत्र में पुख्ता सफाई, पशुपालकों के लिए आवश्यक प्रबंध किये गए हैं तथा सरोवर के घाटों पर गोताखोरों को लगाया गया है। सफाई व्यवस्था 24 घंटे संचालित की जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा मेला मजिस्ट्रेट कैम्प स्थापित किया गया है। इसमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा मेले में आने वाले मेहमानों की समस्याओं का निस्तारण किया जा रहा है।
24 नवंबर को प्रात: 8 बजे गुरूद्वारे से आध्यात्मिक यात्रा शुरू होगी  जो शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई ब्रहमा मंदिर पर सम्पन्न होगी। इसमें साधु संत, भजन कीर्तन मंडलियां और विदेशी मेहमान भाग लेंगे तथा मनोहारी झांकियां निकाली जाएंगी। प्रात: 10 बजे विदेशी मेहमानों व स्थानीय नागरिकों के मध्य कबड्डी मैच, दोपहर 1 बजे अंतर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता मेला ग्राउंड पर रखी गई हंै। अपरान्ह 3 बजे आर्ट एवं क्राफ्ट बाजार का शुभारंभ होगा। सायंकाल 5.30 बजे महाआरती के बाद गीर एवं संकर पशु तथा विकास प्रदर्शनी मंडप का उद्घाटन होगा। रात्रि 7 बजे मेला मैदान में कृष्णा वैली सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगी। रात्रि 8.30 बजे भजन संध्या होगी। इससे पूर्व सायंकाल 6 बजे उद्योग क्राफ्ट मेले का शुभारंभ होगा।
25 नवंबर रविवार को प्रात: 10 बजे गीर एवं संकर पशु प्रतियोगिता, 11 बजे साफा बंधन एवं तिलक प्रतियोगिता, 11.30 बजे मूंछ प्रतियोगिता अंतर पंचायत समिति खेलकूद प्रतियोगिता मेला ग्राउण्ड में होंगी। रात्रि 7.30 बजे पर्यटन विभाग की ओर राजस्थान लोक सांस्कृतिक नृत्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
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