पुरस्कार में प्राप्त एक करोड़ रूपये पुलवामा के शहीदों के परिवारों को समर्पित की
अजमेर। भारत के राष्ट्रपति द्वारा समाज एवं राष्ट्र के सेवा कार्यों के लिए विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी को इस वर्ष का ‘गाँधी शांति पुरस्कार‘ प्रदान किया गया। यह पुरस्कार विवेकानन्द केन्द्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष पी परमेश्वरन् को प्रदत्त किया गया। विवेकानन्द केन्द्र की ओर से अपर्णा दीदी ने पुरस्कार में प्राप्त एक करोड़ की राशि को पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों के परिवारों के लिए समर्पित करने की घोषणा की। इस अवसर पर अजमेर केन्द्र के सभी कार्यकताओं ने हर्ष व्यक्त किया है। राजस्थान प्रान्त की संगठक प्रांजलि येरिकर ने बताया कि विवेकानंद रॉक मेमोरियल की स्वर्णजयंती वर्ष से पूर्व मिले पुरस्कार को भारतवासियों के लिए बहुत गर्व और सम्मान की बात बताया। प्रान्त संचालक डाॅ बद्रीप्रसाद पंचोली, प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डाॅ स्वतंत्र शर्मा, शिवराज शर्मा, सत्यदेव शर्मा, अविनाश शर्मा, नितिन, अखिल शर्मा, कुसुमजी, रवीन्द्र जैन और उमेश कुमार चौरसिया आदि ने भारत सरकार का आभार जताया।
इसलिए मिला गांधी शांति पुरस्कार
विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी एक ‘आध्यात्मिक प्रेरित सेवा संगठन’ है जो अपनी विशिष्ट कार्य पद्धति योग, स्वाध्याय और संस्कार के माध्यम से मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनरूत्थान के कार्य में अपनी 900 से अधिक शाखाओं तथा सेवा प्रकल्पों के साथ अखिल भारतीय स्तर पर सक्रिय रूप से 7 जनवरी 1972 से कार्य कर रहा है। कन्याकुमारी के हिन्द महासागार के मध्य स्थित श्रीपाद शिला पर विवेकानंद शिला स्मारक निर्माण के पश्चात इसके दूसरे चरण में विवेकानंद केंद्र की स्थापना माननीय एकनाथ जी रानडे ने की थी। आज विवेकानंद केंद्र अखिल भारतीय स्तर पर 2,13,044 परिपोषकों, 70 से अधिक विवेकानंद केंद्र विद्यालय जिनमें 31,663 विद्यार्थी अध्यनरत हैं, 6 भाषाओं में 9 प्रकाशन जिनके 28,240 पाठक सदस्य हैं, महिला सशक्तिकरण के छह केंद्रों सहित विभिन्न बालवाड़ी एवं आनन्दालयों सहित चिकित्सा एवं स्वास्थ्य केंद्रों तथा ग्रामीण विकास के प्रकल्पों के माध्यम से समाज एवं राष्ट्र सेवा के कार्य में संलग्न है।