अजमेर, 5 मई। ख्वाजा साहब के गद्दीनशीन एस. एफ. हसन चिश्ती ने एक बयान जारी कर कहा है कि लोकसभा चुनाव 2019 में जनहित के मुद्दों के बजाय धार्मिक कट्टरता और अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है जो कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। हसन चिश्ती ने कठोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि राजनैतिक पार्टियां बुर्के पर राजनीति करके मुस्लिम वर्ग को निशाना बना रही है। जो कि संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। हमारा संविधान किसी भी जाति-धर्म की भावना को ठेंस पहुंचाने की इजाजत नहीं देता है। देखने में आया है कि चुनाव के दौरान अपने-अपने भाषणों में राजनेताओं ने हिन्दू-मुस्लमान की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम कर रही है जिसपर कई बार चुनाव आयोग का डंडा भी चला है। अगर इसी तरहा से देश का कानून सख्ती से राजनैतिक पार्टियों व नेताओं से निबटने का काम करें तो देश में संविधान पर चलने वाली एक मजबूत सरकार बन सकेगी। चिश्ती ने अपील की है कि जहां-जहां चुनाव बाकी है उन जगहों पर मुस्लिम समाज के लोग रमजान का रोजा रखने के बाद भी अपने वोट डालने के लिए जरुर घर से निकले जभी एक साफ-सुथरी सरकार बन सकेगी।