विद्यार्थी अपनी अर्न्तनिहित शक्तियां पहचान कर उसे निखारें

अजमेर 24 सितम्बर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने कहा कि विद्यार्थी अपनी अर्न्तनिहित शक्तियां पहचान कर उसे निखारे। प्रत्येक बच्चे में सृजनात्मकता का विशेष गुण होता है। इस सृजनात्मकता को उभारने और तराशने में अध्यापकों को महत्ती भूमिका निभानी होगी।
श्रीमती चौधरी मंगलवार को सावित्री बालिका सीनियर सैकण्डरी स्कूल में त्रि-दिवसीय राज्यस्तरीय सृजनात्मक प्रतियोगिताओं के उद्घाटन सत्र में प्रदेश भर से आये प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने विद्यार्थियों को सीख दी कि वह अर्न्तनिहित क्षमताओं को विकसित करने के लिए स्वयं को केन्द्रित करे और पास वाले को देखकर विचलित न हो। हर विद्यार्थी ऊर्जा का पंुज है। उन्होंने कहा कि राजस्थान बोर्ड मात्र परीक्षा आयोजन करने वाला एक शैक्षिक निकाय नहीं है अपितु बोर्ड विद्यार्थियों में सृजनात्मकता और छिपी कला प्रतिभा को उजागर करने के लिए मंच भी उपलब्ध कराता है।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोर्ड की वित्तीय सलाहकार श्रीमती आनन्द आशुतोष ने कहा कि बोर्ड का इन प्रतियोगिताओं के आयोजन के पीछे एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से आये कला के क्षेत्र के सिद्धहस्त विद्यार्थी एक स्थान पर एकत्रित होकर प्रदेश की संस्कृति का एक अनूठा इन्द्रधनुष बनाये, जो इस प्रतियोगिता के माध्यम से आज परिलक्षित हो रहा है। समारोह को बोर्ड की विशेषाधिकारी परीक्षा सुश्री भावना गर्ग एवं निदेशक गोपनीय जी.के. माथुर ने भी सम्बोधित किया।

तीन दिवसीय राज्य स्तरीय सृजनात्मक प्रतियोगिताओं में 25 जिलों के 125 प्रतियोगी पाँच विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेगे। इन सृजनात्मक प्रतियोगिताओं के माध्यम से बोर्ड द्वारा 12 लाख 37 हजार रूपये की पुरस्कार राशि विजेताओं को छात्रवृत्ति के रूप में दी जायेगी। इन प्रतियोगिताओं को प्रथम एवं द्वितीय चरण क्रमश: ब्लॉक व जिला स्तर पर पूर्व में सम्पन्न हो चुका है। राज्य स्तर पर निबन्ध, आशुभाषण, क्विज, चित्रकला व एकलगीत प्रतियोगिताओं में जिला स्तर पर प्रथम रहे विद्यार्थी भाग ले रहे है। प्रतियोगिताओं का समापन गुरूवार को होगा। प्रारम्भ में बोर्ड के अकादमिक शाखा के सहायक निदेशक मनोज उपाध्याय ने प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर निदेशक शैक्षिक-प्रताप भानु सिंह, उपनिदेशक परीक्षा- शिवशंकर अग्रवाल व सहायक निदेशक शैक्षिक-जय प्रकाश चिमनानी भी उपस्थित थे। अन्त में सावित्री बालिका स्कूल की प्राचार्या श्रीमती नीलमणी गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

उप निदेशक (जनसम्पर्क)

error: Content is protected !!