अजमेर। जयपुर रोड़ पर घूघरा स्थित कारागार प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षणरत सवा सौ प्रशिक्षुओं सहित लगभग दौ सौ लोगों ने आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर के संकल्प के प्रमुख कार्यक्रम सुमेरू भजन संध्या में भजनों का आनन्द लिया। इस दौरान जेटीआई परिसर पूर्णतया भक्तिमय रहा। यह पहला अवसर था कि सुमेरू भजन संध्या केन्द्रीय कारागृह अजमेर के स्थान पर जेटीआई में आयोजित हुई। संस्थान के प्राचार्य पारस जांगिड़ ने बताया कि गांधीजी की 150 वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में यह विशेष कार्यक्रम आयोजित करवाया गया था। श्रीश्री रविशंकर महाराज के शिष्य जितेन्द्र सारस्वत ने प्रशिक्षुओं के समक्ष कई भजन गाकर मंत्रमुग्ध कर दिया। सारस्वत ने गणेश वंदना से शुरूआत की। फिर जयगुरू ओंकारा, जय जय दुर्गा मां, मुरली धरोहर मोहना, कृष्ण गोविन्दा जैसे भजन गाए। कार्यक्रम के अंत में जय राधा माधव भजन के साथ-साथ साधकों को ध्यान का भी अभ्यास करवाया। सारस्वत प्रत्येक वर्ष नवरात्रों के दौरान श्रीश्री के आश्रम के आदेशानुसार राजस्थान की कारागृहों में बंदियों की तनाव मुक्ति को लेकर कार्यक्रम प्रस्तुत करते है। कार्यक्रम में आर्थिक सहयोग प्रसिद्ध भुजिया ब्राण्ड बीकाजी ग्रुप का रहता है। कार्यक्रम में बाँसुरीवादक मोहित व कोरस पर पंकज भटनागर ने सहयोग किया। कार्यक्रम की शुरूआत में भजन मण्डली का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में चन्द्रा गुप्ता, महीश सांखला, महावीर इण्टरनेशनल की मुखिया वीरा इन्दू जैन, वीर पदमचन्द जैन, पूर्व जेलर अशोक गौड़, एमडीआई अशोक कुमार शर्मा, पीटीआई सरदार सिंह तथा सहायक प्रशासनिक अधिकारी अशोक जेतमाल सहित सम्पूर्ण जेटीआई स्टाफ उपस्थित रहा।
