रेलवे वर्कशॉप अजमेर से सेवानिवृत्त एमसीएफ श्री महेंद्र कुमार की 55 वर्षीय पत्नी राजेश्वरी देवी पिछले 2 वर्षों से दायें हाथ के कंधे के जोड़ में दर्द और पीड़ित थीं और हाथ को कंधे से ना तो पूरा सीधा कर पा रही थी ना ही मोड़ पा रही थी । इसके उपचार के लिए इन्होने कई अस्पतालों से इलाज लिया लेकिन इस बीमारी से छुटकारा नहीं मिला। दाएं कंधे के जोड़ दर्द व पूरा मुड ना पाने के कारण राजेश्वरी देवी को अपनी दैनिक गतिविधियों को करने में कठिनाई हो रही थी। श्रीमती राजेश्वरी देवी को रेलवे अस्पताल, अजमेर में इस बीमारी के इलाज के लिएभर्ती कराया गया और एक्स रे, एमआरआई और विभिन्न प्रकार की आवश्यक जांचें की गई। उसे दाएं कंधे के जोड़ में गंभीर रोटेटर कफ टियर का पता चला था। हमारे शरीर की चार पेशियां कंधे की हड्डी और पसलियों की मांसपेशियों को ऊपरी बांह की हड्डी के साथ जोड़ती हैं। ये पेशियां बांह को उसके कोटर के भीतर घूमने में मदद करती हैं, इन पेशियों के आस्तीन को रोटेटर कफ कहा जाता है और जब इसमें सूजन आ जाती है या डमेज हो जाती है तो यह रोटेटर कफ टियर कहलाता है । इस बीमारी की पुष्टि होने पर रोटेटर कफ की मरम्मत के लिए एडवांस शोल्डर सर्जरी का निर्णय लिया गया ।
शनिवार दिनांक 23/11/2019 को रेलवे अस्पताल, अजमेर में श्रीमती राजेश्वरी की दाहिने कंधे के जोड़ की मिनी ओपन रोटेटर कफ मरम्मत सर्जरी की गई। डॉ. राजकुमार मीणा आर्थोपेडिक सर्जन द्वारा यह सर्जरी की गई । डॉ. प्रिया गर्ग द्वारा एनेस्थीसिया दिया गया तथा मैट्रन पेट्सी मेस्सी, मैट्रन डी एस मीना और संगीता लाल और ओटी स्टाफ का सहयोग रहा । कंधे के जोड़ की यह सर्जरी एक एडवांस सर्जरी है जिसमें न्यूनतम चीरा लगाया जाता है। कम से कम रक्त की हानि होती है और सिवनी एंकर और स्कॉर्पियन सुई जैसे नवीनतम सर्जिकल उपकरणों का उपयोग किया जाता है। अब मरीजों को इस प्रकार की एडवांस शोल्डर सर्जरी के लिए जयपुर या दिल्ली नहीं जाना होगा। सीएमएस डॉ पी के मिश्रा और एसीएमएस डॉ पी सी मीणा के निरंतर प्रयासों से रेलवे अस्पताल अजमेर में टोटल हिप रिप्लेसमेंट, टोटल घुटना रिप्लेसमेंट, आर्थोस्कोपिक घुटना लिगामेंट रिकंस्ट्रक्शन और अब एडवांस शोल्डर सर्जरी जैसे सभी प्रकार के अग्रिम आर्थोपेडिक्स सर्जरी संभव हो सकी है ।
वरिष्ठ जनसंपर्क निरीक्षक, अजमेर