-विकास छबड़ा-
मदनगंज-किशनगढ़। किशनगढ परिषद क्षेत्र की प्यास बुझाने के लिए लाई गई महती जलीय योजना घटिया पाइप लाइन के कारण अभी से इसके फेल होने के संकेत दिखाई देने लग गए है। कहते है ना कि पूत के पैर पालने में ही दिख जाते है। पानी के प्रेशर को घटिया पाइप झेल नहीं पा रही है। इस कारण आए दिन पाइप लाइन टूट रही है। जगह जगह पानी लीकेज देखे जा सकते है। अगर नई सड़के बनवा भी दी जाएगी तो, लिकेज होने पर फिर से टूटेगी। यानि सड़क बनाने व टूटने का यह सिलसिला चलता रहेगा। पब्लिक की किस्मत में तो जैसे परेशानी लिखी हुई ही है। कंपनी द्वारा जो पाइप लाइन जलदाय विभाग की देखरेख में डाली जा रही है वह आईएसआई मार्का की नहीं है। लोकल पाइप डाले जा रहे है। यह बात विधायक सुरेश टाक ने रोशन भारत से हुई विशेष बातचीत में कही। विधायक टाक का कहना है कि सरकार को इस पूरे मामले की जांच कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाही के लिए पत्र लिखा है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि जब यह आरोप विधायक सुरेश टाक ही लगाए तो फिर अब पानी की नई पाइप लाइन से भला उम्मीद बची ही क्या है? विधायक टाक ने कहा कि अगर इस 185 करोड़ रुपए की योजना को सही तरह से मोनिटरिंग कर मूर्तरुप दिया गया होता तो परिषद क्षेत्र के हालात अलग होते। ठंड के दिनो में भी पानी को लेकर मारा मारी नहीं मचती। अगर इस राशि का कुछ हिस्सा भी पुरानी पाइपलाइन पर अच्छी तरह से मोनिटरिंग कर खर्च किया होता तो हालात बहुत अच्छे होते।
*विरासत में मिला है खुदा किशनगढ़*
विधायक टाक ने बातचीत में बताया कि किशनगढ शहर मुझे खुदा हुआ विरासत में मिला है। परिषद क्षेत्र में एक साथ बिना नियोजन के चलाई जा रही योजनाएं किशनगढ को विकास के स्थान पर रुकावट का शहर बना दिया है। अगर वार्ड वाइज सिस्टम से सशक्त निर्देशन में यह कार्य किया जाता तो बहुत बड़ी उपलब्धि होती। मगर बिना प्लानिंग के पूरे शहर को खोदने का कार्य शुरु कर दिया। हालात बद से बदतर हो गए है।
*दोषियों को भुगतना होगा परिणाम*
विधायक टाक ने कहा कि पानी की पाइप लाइन व सिवरेज दोनों परियोजनाओं की जांच उच्च स्तर पर कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। किसी भी सूरत में दोषी बख्शें नहीं जाएंगे।
*-रोशन भारत 16 जनवरी के अंक में प्रकाशित खबर*