पूर्व शिक्षा मंत्री एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने गुरुवार को विधानसभा में प्रस्तुत प्रदेश के बजट को पूर्णतः दिशाहीन करार दिया। देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा दिया गया इस बार का आम बजट प्रदेश की जनता की किसी भी आकांक्षा को पूरा करने वाला नही है। बजट से बेरोजगार, विद्यार्थी एवं किसानों को पूर्ण रूप से निराशा ही हाथ लगी है । बजट में प्रदेश के विकास को लेकर सरकार की कोई सोच नजर नहीं आ रही। इस बजट ने तो ‘खोदा पहाड़ निकली चूहिया‘ वाली कहावत चरितार्थ कर दी है। आज प्रदेश का आमजन खुद को ठगा महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा की बजट में किसानों की ऋण माफी के लिए कोई राशि नहीं दी गई है। मूलभूत सुविधाओं जल व सडक पर भी कोई खास बजट नहीं दिया गया है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं में दी जा रही राशि से ही पूरी तरह वाहवाही लूटने का झूठा प्रयास किया है तथा आगे भी केन्द्र की ओर ही ताक रही है।
देवनानी ने बताया कि शिक्षा की दृष्टि से बजट में कोई नई घोषणा नहीं हुई है। बजट मे ना नई स्कूले और ना ही नये कॉलेज खोले जाने की घोषणा हुई है। यह पहला बजट है जिसमें शिक्षा पर पहले से बहुत कम बजट दिया गया है। स्कूलों के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की दिशा में भी कोई ठोस प्रावधानों की घोषणा नहीं की गई। शिक्षा विभाग में 41000 नई नौकरी देने की जो घोषणा की गई है वह भी केवल और केवल प्रदेश के बेरोजगारों के साथ छलावा मात्र है। अभी तक राज्य सरकार ने अपने पिछले बजट में नोकरियों की जो घोषणाएं की थी वो ही अभी तक पूरी होना तो दूर उनकी प्रक्रिया ही प्रारम्भ नहीं हुई है। जितनी नौकरियां देने की सरकार घोषणा कर रही है उससे अधिक तो पिछले सालों में शिक्षक व कर्मचारी सेवानिवृत ही हो चुके हैं।
देवनानी ने कहा कि इस बजट में चिकित्सा स्वास्थ्य पर भी कोई खास बजट नहीं रखा गया है। निरोगी काया का भी सपना दिखाया गया है इस पर जितना बजट खर्च किया जाना चाहिए था उतना नहीं दिया गया है। राज्य कर्मचारियों को महंगाई भत्ते के रूप में मिलने वाली उनके हक की राशि भी 8 माह के विलम्ब से दी गई है।
देवनानी ने बताया कि राजनीतिक द्वेष के चलते बजट मे अजमेर की पूर्ण रूप से अनदेखी की गई है। होम्योपैथिक कॉलेज की घोषणा के अलावा अजमेर को कुछ नहीं दिया गया है। अजमेर वासियों को बजट से बहुत निराशा ही हाथ लगी है।