अजमेर, 11 मार्च 2020
श्री पल्लीवाल दिगंबर जैन मंदिर पाल बीचला।
2 मार्च से आरंभ हुए आठ दिवसीय श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन 9 मार्च को इंदौर से पधारी हुई ब्रह्मचारिणी बहन संगीता दीदी व खुशबू दीदी के सानिध्य में अति श्रद्धा भक्ति, समर्पण व भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इसमें प्रतिदिन श्रीजी का अभिषेक, शांति धारा ,नित्य नियम पूजा, नंदीश्वर द्वीप पूजा व सिद्ध चक्र महामंडल विधान की पूजा की गई ।विधान के पुण्यार्जक श्री अशोक जी जैन (हलवाई) ने बताया कि उन्होंने समस्त विश्व में व्याप्त महामारियों ,अशांति , उपद्रव व विसंगतियों को दूर कर, प्राणी मात्र के कल्याण से लेकर ,संपूर्ण विश्व में सद्भाव और शांति के
उद्देश्य से यह विधान कराया है।
महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती सरिता जैन ने बताया कि यह विधान बहुत ही अतिशय कारी है इस विधान को कराने का सौभाग्य अति प्रबल पुण्योदय से प्राप्त होता है, इससे हमारे पूर्व संचित कर्मों के साथ ही साथ इस भव के कर्मों का भी नाश होता है, आत्म शुद्धि की प्राप्ति होती है।इस विधान में कुल 2040 अर्घ समर्पित किये जाते हैं, जो प्रथम दिवस 8 से आरंभ होकर दुगने दुगने होते हुए आठवें दिन 1024 हो जाते हैं।
इस आयोजन में प्रतिदिन सांयकालीन आरती बैंड बाजा व बग्गी के साथ जुलूस के रूप में श्रावक द्वारा झूमते नाचते गाते लाई गई। टीकमगढ़ से आये संगीतकार व नाटककारों द्वारा बेहद मनमोहक भक्ति गीत व नाटकों की प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी गई। सोमवार 9 मार्च को विधान का समापन हुआ। 10 मार्च को प्रातः मंदिर जी में ब्रह्मचारिणी बहन संगीता दीदी व खुशबू दीदी द्वारा मंत्रोच्चार के द्वारा संपूर्ण विश्व के कल्याण, मंगल व शांति हेतु हवन करवाया गया, ताकि विश्व में व्याप्त नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो, वातावरण की शुद्धि हो। हवन समाप्ति के पश्चात विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया, इस शोभायात्रा में पालकी में विराजमान श्रीजी का स्थान स्थान पर चंवर ढुराकर व आरती कर वंदना की गई। जुलूस ने श्रावक व श्राविकाएं अति भक्ति भाव से भजन गाते व नृत्य करते हुए बहुत ही उल्लास के साथ चल रहे थे। शोभायात्रा मंदिर जी से आरंभ होकर मार्टिंडल ब्रिज से केसरगंज होती हुई वापस मंदिर जी की ओर आई। शोभायात्रा में भारी संख्या में लोगों ने सहभागिता दी। स्थान स्थान पर शोभा यात्रा का स्वागत किया गया। शोभा यात्रा के मंदिर जी पहुंचने पर श्रीजी का अभिषेक किया गया, तत्पश्चात पधारे हुए सभी श्रद्धालुओं के वात्सल्य भोज का आयोजन किया गया ।इस प्रकार यह’ सिद्ध चक्र महामंडल विधान’ सभी जीवो के प्रति दया भाव रखने, सद्भाव व शांति बनाए रखने की प्रेरणा देकर संपन्न हुआ। इस संपूर्ण नौ दिवसीय विधान में श्री नरेंद्र, अशोक जी, श्री अमित जी, विनीत जी ,अंकित जी ,प्रदीप जी विजय जी, भोजराज जी, श्रीमती कमलेश, अर्चना, आयशा, निशा,सरिता ,कृतिका, ऋतु,नीलम, मंजू, रेणु, रीता सम्मिलित रहे।
