सिन्ध की परम्परा को भाइचारे व प्रेम से जोडा है- ब्रहमानन्द शास्त्री

अजमेर 16 मार्च। स्वामी बसंतराम सेवा ट्रस्ट के स्वामी ब्रहमानन्द शास्त्री ने कहा है कि ईष्टदेव झूलेलाल के बताये मार्ग से प्रेरणा लेकर धर्म पर कायम रहें व जीवन में संघर्ष में समाज पर विश्वास कर सभी का सहयोगी बनें। सिन्ध की परम्परा को आगे बढाने के प्रयास हुये हैं जिसे हमने सभी को भाइचारे व प्रेम से जोडा है। सांई ने पूज्य झूलेलाल जयन्ती समारोह समिति के संयोजन में 16 दिवसीय चेटीचण्ड महापर्व के दूसरे दिन के अवसर पर झूलेलाल मन्दिर, जे.पी नगर मदार में झूलेलाल का पंझडा, महाआरती के मौके पर संबोधित कर रहे थे।इस मौके पर निर्मलधाम झूला मोहल्ला के स्वामी आत्मदास ने कहा कि चेटीचंड के अवसर पर होने वाले क्षेत्रवार कार्यक्रमों से सिन्धु संस्कृति व सभ्यता की जानकारी युवा पीढी को पहुंचाने में सार्थक रहती है।
संयोजक पुष्पा साधवाणी ने बताया कि हर वर्ष की भांति समाज के प्रमुख लोग अलग-अलग संस्थाओं को जोडकर जो यह पखवाडे का आयोजन रखते हैं, इससे सामाजिक व पारिवारिक जुडाव बढता है। मशहूर कलाकार घनश्याम भग्त, लता ठारवाणी ने सभी को भजनों व झूलेलाल के पंझडो की रंगारंग प्रस्तुति दे कर छेज करवाकर अभिभूत किया।
इस अवसर पर समारोह समिति की तरफ से क्षेत्रीय प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया जिसमें मास्टर चन्द्र सम्मान दयाल कलवाणी, महारानी लाडी ब्ाई सम्मान लीला आसवाणी ,हेमू कालाणी युवा सम्मान विजय गोदवाणी,संत कवंरराम बाल विशाल लालवाणी व भगवंती नावाणी बालिका नैना नावाणी सम्मान भी दिया गया।
पखवाडे के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारम्भ में कोरानावायरस के बचाव के लिये हवनयज्ञ कर आहूतियां दी गई व देशमें सभी स्वस्थ व खुशहाल रहे ऐसी प्रार्थना की गई।सभी को प्रशासन द्वारा दिये गये निर्देशों की पालना करते हुये सफाई का विशेष ध्यान रखने का आव्हान भी किया गया।
समारोह में महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, गिरधर तेजवाणी, हरी चन्दनाणी, हेमलता बुरानी, रेखा तोतलाणी, हर्षा कलवाणी रमेश टिलवाणी, महेश मुलचन्दानी हरीश केवलरामाणी, कमल लालवाणी, वासुदेव सोनी, मनोज झामनाणी, श्याम मूलचंदाणी, मोहन तुलस्यिाणी, दयाल टिलवाणी,ईश्वर शिवनाणी, मुरली लालचंदाणी, राजू दादलाणी, अशोक टेकवाणीसहित अलग अलग संस्थाओं के सेवाधारी उपस्थित थे।

कंवल प्रकाश किशनानी
मो. 9829070059

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