भारत सरकार सिन्धी विश्वविद्यालय की शीघ्र स्थापना करे- तीर्थाणी

54वें सिन्धी भाषा मान्यता दिवस के उपलक्ष में डिजीटल प्रतियोगिता प्रारम्भ

तीर्थाणी
अजमेर 10 अप्रेल-भारतीय सिन्धु सभा की ओर से सिन्धु महाकुम्भ के आयोजन पर भारत सरकार से सिन्धी भाषा सभ्यता व संस्कृति से युवा पीढी को जोडने के लिये देश में सिन्धी विश्वविद्यालय की शीघ्र स्थापना की मांग की गई थी जिस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से कार्यवाही प्रारम्भ की गई है जिसे जल्द पूरा करने की मांग सिन्धी भाषा मान्यता दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने की है। तीर्थाणी ने कहा कि सिन्धी भाषा के पाठयक्रम की पूर्ण जानकारी व रोजगार से जोडने के पाठयक्रम विश्वविद्यालय में जोडने से ही भाषा से जुडाव होगा।
प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि 10 अप्रेल 1967 को संविधान की आठवीं अनुसूची में सिन्धी भाषा को 15वीं भाषा के रूम में सम्मिलित करने से राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद, राज्य सिन्धी अकादमी सहित सिन्धु शोध पीठ का गठन हो सका है। सिन्धी भाषा को बढावा देने के लिये सरकार विद्यालयों के साथ निजी विद्यालयों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिये भी सुविधाये उपलब्ध कराई जा रही है जिससे भाषा व संस्कृति का ज्ञान हो। युवा प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी भी मातृभाषा में करेगें।
प्रतियोगिता संयोजक व प्रदेश भाषा साहित्य मंत्री डाॅ. प्रदीप गेहाणी ने बताया कि सभा की ओर से तीन वर्ष पूर्व सिन्धी भाषा की मान्यता के स्वर्ण जयंती वर्ष में विद्यार्थियों के लिये आनलाइन परीक्षा करवाई थी ऐसी ही जानकारी करवाने व इतिहास से रूबरू होने के लिये राज्य स्तरीय आनलाइन डिजीटल प्रतियोगिता की प्रश्नोतरी आज जारी की गई है। जिससे विद्यार्थियों व युवाओं की भागीदारी हो सकी है। 20 प्रश्नों की प्रश्नोतरी गोविन्दराम माया के लिखित दोनो आलेखों से दस दस प्रश्नों को जोडकर जारी की गई है। इन प्रश्नों का उतर केवल ईमेल बवउचपजपजपवदइेेतर/हउंपसण्बवउ पर 20 अप्रेल 2020 तक भेजे जा सकेगेे।
प्रदेश महामंत्री दीपेश सामनाणी ने बताया कि कोरानावायरस के संक्रमण मे लाॅकडाउन के कारण घरो पर रहकर इस प्रतियोगिता में भागीदारी सुनश्चित की जा रही है। इसमें सिन्धु सभा की 90 ईकाईयों की ओर से राज्य के सभी जिलों में प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है।
प्रदेश संगठन महामंत्री डाॅ. कैलाश शिवलाणी ने बताया कि प्रतियोगिता के लिय पूर्व कुलपति मनोहरलाल कलरा, सुरेश कटारिया, लेखराज माधू के मार्गदर्शन में सह संयोजक नवलकिशोर गुरनाणी रमेश केवलाणी गंगाराम ईसराणी(जयपुर) महेश टेकचंदाणी (अजमेर) राधाकिशन शिवनाणी (पाली) गिरधारीलाल ज्ञानाणी, (खैरथल) घनश्याम मेंघवाणी (हनुमानगढ) गुलाबराय मीरचंदाणी (भीलवाडा) मोहिनी साधवाणी (उदयपुर) सुरेश खेसवाणी (बीकानेर) राजा संगताणी (बालोतरा) चन्द्रप्रकाश खूबचंदाणी (कोटा) द्रोपदी केसवाणी (जोधपुर) महानगर अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी प्रदेश मंत्री (युवा) मनीष ग्वालाणी सफल बनाने के लिये युवाओं व विद्यार्थियों में जुडाव कर रहे हैं। परिणाम 30 अप्रेल तक या कोरानावायरस पर लागू लाॅकबंदी समाप्त होने के बाद जारी किये जायेगें।

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