संवादहीनता पर प्रकट की नाराजगी देवनानी ने

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 23 अप्रेल।
विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने जिला प्रशासन की निगरानी व क्रियान्वयन व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बरती जा रही संवादहीनता पर अपनी नाराजगी प्रकट की। देवनानी ने प्रभारी सचिव देथा, जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के साथ वार्ता के दौरान कहा कि प्रशासन द्वारा विभिन्न व्यवस्थाएं तथा उनके प्रभारी कागजों में तय किये जा रहे है जिनकी जानकारी ना तो जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराई जा रही और ना ही आमजन को जबकि जमीनी हकीकत यह है कि लाॅकडाउन व कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्रों में आमजन दूध, सब्जी व खाद्य पदार्थो की आपूर्ति के लिए तरस रहा है जिनकी सुध लेने के लिए किसी जिम्मैदार प्रशासनिक नुमाइंदे का अता-पता नहीं है। पिछले दो दिनों से धोबी मौहल्ला, ईमली मौहल्ला, सरावगी मौहल्ला, गंज, नयाबाजार, बक्शीजी की कोठी, होलीदड़ा, घीमण्डी आदि क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं हुई।
देवनानी ने कहा कि क्षेत्र में संवेदनशील अधिकारियों को नियुक्त किया जाए जो सरकारी व्यवस्थाओं को नीचे तक लागू करवा सके तथा आमजन को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराकर राहत पहुंचा सके तथा इसकी जानकारी जनप्रतिनिधियों व आमजन को उपलब्ध कराए।
देवनानी ने वार्ता के दौरान प्रशासन से कहा कि कफ्र्यूक्षेत्र में दूध, सब्जी सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति क्षेत्रीय व्यापारी व व्यक्तियों द्वारा ही कराई जाए साथ ही क्षेत्रीय पार्षद को क्षेत्र में निकलने की अनुमति मिले जिससे जरूरतमंद व्यक्ति उनसे सम्पर्क कर जरूरत की वस्तु खरीद सके व अपनी समस्या का हल करवा सके। इसके अतिरिक्त देवनानी ने समाजसेवी व्यक्तियों व जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र के गरीब लोगों को भोजन पैकेट व राशन सामग्री वितरित करने की छूट देने की आवश्यकता बताई। प्रशासन ने इस सम्बंध में भी अपनी सहमति व्यक्त की है।

जेएलएन अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम, संदिग्ध व्यक्तियों की नहीं ली जा रही सुध-
जिला प्रशासन के साथ वार्ता के दौरान विधायक देवनानी ने जेएलएन चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि संदिग्ध व बीमार व्यक्ति जांच के लिए जाता है तो उसे घण्टों इंतजार करना पड़ रहा है। इस दौरान चिकित्सालय में उनके लिए पेयजल, अल्पाहार या भोजन आदि के कोई प्रबंध नहीं है और ना ही जांच के लिए उनके सैम्पल समय पर लिये जा रहे है।
देवनानी ने प्रभारी सचिव देथा से अजमेर के जेएलएन चिकित्सालय में जांच के लिए अधिक क्षमता की नई मशीन लगाये जाने की आवश्यकता बताई जिससे अधिकाधिक जांचे सम्भव हो सके। वर्तमान में यहां पर मात्र 60 जांचे प्रतिदिन हो रही है तथा सैम्पल को पहले जयपुर भेजा जाता था अब उदयपुर भेजना पड़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि जेएलएन चिकित्सालय में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराकर यहां की व्यवस्थाओं में सुधार किये जाने के स्थान पर जिला प्रशासन द्वारा डीएमएफटी फण्ड की 90 प्रतिशन राशि अकेले केकड़ी क्षेत्र के लिए अलाॅट कर दी जबकि इस फण्ड पर पूरे जिले का अधिकार हेै।

पड़ाव क्षेत्र के व्यापारियों को खाद्य सामग्री शिफ्ट करने की मिलेगी अनुमति-
जिला कलक्टर ने देवनानी ने आग्रह पर पड़ाव क्षेत्र में स्थित विभिन्न होलसेल की दुकानों व प्रोविजन स्टोर में रखी खाद्य सामग्री को शिफ्ट करने की छूट दिये जाने पर सहमति दी। देवनानी ने इस सम्बंध में जिला कलक्टर से मांग की थी कि पड़ाव क्षेत्र में 28 मार्च से कफ्र्यू लागू है जिससे दुकानों में बन्द खाद्य सामग्री खराब होने की कगाार पर हे इसलिए व्यापारियों को छूट दी जाए कि वो इसे अन्यत्र शिफ्ट कर सके।

शहर के आबादी क्षेत्र से क्वारंटीन सेंटर बाहर शिफ्ट करने की कवायद-
विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि वार्ता के दौरान जिला प्रशासन ने बताया कि कायड़ विश्रामस्थली पर 450 बेड का क्वारंटीन सेंटर तैयार कराया जा रहा है इसके अतिरिक्त एमडीएस विश्वविद्यालय, संस्कृति स्कूल, आर्यन काॅलेज सहित शहर से बाहर स्थित स्थानों पर भी व्यवस्था की जा रही है। देवनानी ने कहा कि पिछले लम्बे समय से जिला प्रशासन से मांग की जा रही थी कि शहर से बाहर विश्रामस्थली पर क्वारंटीन सेंटर बनया जाए परन्तु प्रशासन ने हठधर्मिता अपनाते हुए आबादी क्षेत्र में स्थित अविनाश माहेश्वरी स्कूल, बधिर विद्यालय, सम्राट स्कूल, टांक शिक्षा निकेतन, ख्वाजा माॅडल स्कूल आदि में सेंटर खोल दिये तथा इनमें भी मिशनरी स्कूलों को मुक्त रखा गया जबकि इनके परिसर अधिक बडे है। देवनानी ने कहा कि आबादी क्षेत्र में स्थित इन स्कूलों में रखे गये संदिग्ध लोगों को तत्काल शहर से बाहर शिफ्ट करे।

प्रशासन का तुगलकी आदेश, जेएलएन के बाहर दवाइयों की दुकाने बन्द कराने पर देवनानी ने जताया विरोध-
विधायक वासुदेव देवनानी ने प्रशासन द्वारा तुगलकी आदेश जारी कर जेएलएन चिकित्सालय के बाहर स्थित मेडिकल स्टोर बन्द कराये जाने पर विरोध दर्ज कराते हुए प्रभारी सचिव देथा से कहा कि संभागस्तरीय चिकित्सालय के आउटडोर में आने वाले मरीजों को आवश्यक दवाईयां कैसे उपलबध होगी इसके बारे में बिना कोई विचार करे प्रशासन ने सभी दुकाने बन्द करा दी। सचिव देथा ने मरीजों की सुविधा के लिए मेडिकल स्टोर शीघ्र खुलवाये जाने का आश्वासन दिया।

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