फसल खरीद के लिए पर्याप्त केंद्र खोलकर खरीदारी शुरू की जाए।
विजय पाल चौधरी अजमेर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट विजयपाल चौधरी ने काहा की राज्य सरकार की किसान विरोधी नीति के कारण प्रदेश के किसानों का बुरा हाल है। उनकी रबिकी फसल बाजार में आ गई है ।1 मई से फसल खरीदने की बात करने वाली सरकार की तैयारियां पूर्ण नहीं होने के कारण किसान संकट में है। वह भयंकर परेशान है विजयपाल राव ने अआगाह किया कि सरकार किसानों के साथ न्याय करना चाहती हैं तो फसल खरीद के प्राप्त केंद्र खोले जाएं। और उसमें जल्द खरीदारी शरु हो। वह की संख्या बढ़ाई जाए। सरकार की तैयारी के हिसाब से 20 से 25 ग्राम पंचायतों पर एक ही खरीद केंद्र बनाया जा रहा है। जबकि किसानों को वास्तव मे राहत देन कि मंशा है तो यह खरीद केंद्र हर चार से पांच ग्राम पंचायतों पर एक केन्द्र होना चाहिए ।सरकार ने प्रदेशभर की 342 पंचायत समिति में केवल 800 केंद्र बनाए हैं जो अपर्याप्त है ।विजयपाल राव ने कहा कि नागौर जिले के क्षेत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार जो केंद्र बनाए गए हैं वहां भी खरीदारी शुरू नहीं हुई है ।किसी जगह खरीदारी शुरू हुई है तो वहां 10 से 15 टोकन वालो को ही बुलाया जा रहा है ।बाकी को खरीद करने में खरीद करने मे असमर्थता बताने पर किसानों को अपनी फसल औने-पौने दामों में बेचने को मजबूर हैं ।क्योंकि लोगडाउन की वजह से किसान की आर्थिक हालात खराब है ।वो इंतजार करने की स्थिति में नहीं है ।भारत सरकार ने किसानों की परेशानी को देखते हुए प्रतिकिसान 25 कुंटल तुलाई की सीमा को बढ़ाकर 40 कुंटल किया है ।साथ ही राज्य सरकार द्वारा सूची भेजने के तीसरे दिन खातों में पैसा डालने की घोषणा की है। जबकि राज्य सरकार ने फसल बीमा के प्रीमियम का अपना हिस्सा कि अभी तक जमा नहीं कराया ।उसकी वजह से किसानों की मुआवजा राशि रुकी हुई है। विजय पाल राव ने कहा कि किसानों की बात करने वाली सरकार को चाहिए कि अधिकतम केंद्र खोलकर सभी केंद्रों पर खरीदी शुरू कर ,साथ ही मॉनिटरिंग भी करें ,किसानों को कोई परेशानी तो नहीं है ।नियमानुसार अनुसार केंद्रों पर खरीदी हो रही है या नहीं ।तुलाई के कांटे याद है या नहीं ।अन्यथा किसान की हालत खराब हो जाएगी ।ओलावृष्टि के कारण पहले से ही किसानों को भारी नुकसान हुआ है और ऊपर से अब पुरा दाम नही मिलने के कारण किसान बड़े दुखी हैं। किसान संकट में है। पहले तो राम रूठ गया ,अब सरकार भी रूठ गई ,किसानों का कोई धणी धोरी नहीं है इसे कांग्रेस की सरकार में। लेकिन यह भूमि पुत्र अन्नदाता इसे गूंगी बहरी सरकार को जरूर अंगामी पंचायत राज चुनाव में वोट से चोट देग।