नरेन्द्र मोदी ने आर्थिक संबल का प्रावधान किया है

अजमेर 18 मई। पूर्व सांसद ओंकारसिंह लखावत ने कहा है कि कोरोना महावारी से प्रभावित सभी वर्गो के नागरिकों के लिएप्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आर्थिक संबल का प्रावधान किया है। पहली बार ग्रामीणक्षेत्र को आधार बनाकर विकास व आधारभूत ढंाचा विकसित करने के लिए वित्तीय प्रावधानोंकी घोषणा की गई है। अपना गांव छोडकर बड़े शहरों में रोजगार के लिए गए करोड़ों श्रमिकोंको अपना का सुरक्षा कवच है। उनके यहां आने पर रोजगार व भोजनादि के लिएअनाज की पर्याप्त व्यवस्था केन्द्र सरकार ने की है।

श्री लखावत ने कहा कि जो श्रमिक खाद्य सुरक्षा कानून में पंजीबद्धनहीं है उसे दो माह तक पांच किलो अनाज व एक किलो चना प्रति लाभार्थी देने की व्यवस्थाकेन्द्र सरकार ने करने का आदेश जारी कर दिया है। लगभग आठ करोड़ प्रवासियों को इसकालाभ होगा। श्री मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने मनरेगा हेतु चालीस हजारकरोड़ रूपयों की अतिरिक्त स्वीकृति जारी की है। गांवों के जलाशय व जल संरक्षण होनेसे गांवों की दशा और दिशा दोनों बदलेगी।

श्री लखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से मांग की है कि कोरोना 19 के प्रारम्भ होने के बाद केन्द्र सरकार ने राजस्थान को विभिन्न मदोंपर जो आर्थिक सहयोग स्वीकृतियां जारी की गई है, उसको आमजन के समक्ष सार्वजनिक करें। श्री लखावत ने खाद्यान्न व अन्य सामग्री की केन्द्र द्वारा दी गई स्वीकृतियों को भी आम जनता के सामने रखें। श्री लखावत ने कहां कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी द्वारा कहीं गई आशंका कि ‘‘दिल्ली से एक रूपया भेजन पर अंतिम लाभार्थिक व्यक्ति तक पन्द्रह पैसा ही पहुंचता है।’’ कोनिर्मूल करने और सभी आर्थिक अनियमितताओं को समाप्त करने हेतु श्री नरेन्द्र मोदी केनेतृत्व वाली केन्द्र सरकार उपभोक्ता व लाभान्वित होने वाले व्यक्ति के खाते में सीधे राशि जमा कराने का ऐतिहासिक काम किया है। श्री लखावत ने कहा कि इससे बिचोलियों के है तोबा मचा हुई है।

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