अजमेर, 22 जून। खान एवं गोपालन तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि पानी, बिजली और कोरोना के अतिरिक्त अन्य बीमारियों का उपचार कर राहत देने के लिए संवेदनशील होकर काम करें। लॉकडाउन में अजमेर में बेहतरीन कोरोना मैनेजमेंट रहा है। प्रशासन इस गति को बनाए रखे। उन्होंने कहा कि अजमेर जिले ने मनरेगा में शानदार काम किया है। अधिकारी और अधिक लोगों को इस कल्याणकारी योजना से जोड़ें।
जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया ने आज कलेक्ट्रेट स्थित राजीव गांधी सभागार में जिले के कोरोना मैनेजमेंट एवं अन्य विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में मसूदा विधायक श्री राकेश पारीक, किशनगढ विधायक श्री सुरेश टांक, प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा, जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा और पुलिस अधीक्षक श्री कुंवर राष्ट्रदीप सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। श्री भाया ने अधिकारियों से कहा कि पेयजल, बिजली और चिकित्सा आदि ऎसी जरूरतें हैं। जिनमें हमें सदैव संवेदनशील होकर काम करना चाहिए। श्री भाया ने आमजन को कोरोना महामारी संक्रमण से बचाने के लिए किए गए कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अजमेर जिले की टीम ने बेहद प्रभावी रूप से कार्य किया है। उन्होंने जिले में सैपलिंग, रैंडम सैंपलिंग, सुपर स्र्पेडर, कोविड पॉजिटिव के संपर्क, आईएलआई रोगी, एएनसी, प्रवासी एवं हाईरिस्क गु्रप आदि के बारे में जानकारी ली।
मनरेगा योजना में जिला प्रदेश में तीसरे स्थान पर
प्रभारी मंत्री ने महात्मा गांधी नरेगा योजना में रोजगार देने के मामले में प्रदेश में तीसरे स्थान पर आने पर जिले की टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग के अधिकारी श्रमिकों को प्रेरित करें ताकि उन्हें अधिक से अधिक मजदूरी का भुगतान मिल सके। श्रमिकों को पूरी मजदूरी का समय पर भुगतान दिलवाना बेहद आवश्यक है। सोमवार तक जिले में 2 लाख 87 हजार 166 श्रमिक नियोजित हैं।
अधिक बिल वसूली शिकायतों की करें जांच
प्रभारी मंत्री ने अजमेर शहर में टाटा पावर द्वारा अधिक बिल वसूली की शिकायतों पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि इन शिकायतों की जांच कराएं। किसी भी उपभोक्ता से नाजायज वसूली नहीं होनी चाहिए। उन्होंने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा।
प्रत्येक शहर व गांव में मिले पर्याप्त आपूर्ति
श्री भाया ने जलदाय विभाग को निर्देश दिए कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में उनके लिए निर्धारित जलापूर्ति सुनिश्चित करें। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। अधिकारी जलापूर्ति के साथ ही हैंडपम्प मरम्मत तथा विधायकों द्वारा दी गई अनुशंसाओं को भी समय पर पूरा कराएं। सभी अधिकारी नियमित रूप से बैठक लें, फील्ड में जाएं, जनप्रतिनिधियों से सुझाव लें तथा आमजन को राहत प्रदान करें। जलदाय विभाग ने बताया कि जिले में पेयजल के मुख्य स्त्रोत बीसलपुर बांध का जल स्तर 312.91 मीटर आरएल होने से पर्याप्त जल उपलब्ध है। वर्तमान में पेयजल की स्थिति संतोषजनक है। ग्रीष्म ऋतु में आवश्यकता होने पर टैंकर द्वारा भी पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। पेयजल समस्याओं के निराकरण के लिए 24 घंटे कंट्रोल रूम कार्यरत हैं।
बारिश से पूर्व नालों की सफाई करें निगम
प्रभारी मंत्री अजमेर नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि बारिश से पूर्व सभी नालों एवं एस्केप चैनल की सफाई कर लें ताकि बारिश में आमजन को पानी भरने जैसी परेशानी नहीं झेलनी पड़े। निगम ने भोजन पैकेट, सूखे राशन, अनुग्रह राशि, सेनेटाईजेशन एवं सफाई आदि की जानकारी दी।
प्रभारी सचिव ने दिए निर्देश
बैठक में प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल, बिजली, नरेगा एवं सफाई आदि कामों में फील्ड में जाकर काम करें। अधिकारी लगातार फील्ड में रहें ताकि किसी भी व्यक्ति को परेशानी नहीं झेलनी पडे। उन्होंने कहा कि उपखण्डों में अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग रखे ताकि राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन को मिल सके।
सोमवार की बैठक को प्रभावी बनाएं
जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक सोमवार उपखण्डों में बैठक आयोजित करें। इनमें बिजली, पानी, चिकित्सा, सफाई एवं ग्रामीण व शहरी क्षेत्र से जुड़े विभिन्न मुद्दों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। आमजन को राहत प्रदान करने के लिए अधिकारी फील्ड विजिट के साथ ही जन प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर काम करें।
लॉकडाउन में मिली राहत
जिला कलक्टर श्री विश्वमोहन शर्मा ने बताया कि जिले में लॉकडाउउन के दौरान 22 लाख 69 हजार 625 सूखे एवं तैयार भोजन के पैकेट्स वितरित किए गए। इसी तरह आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत प्रवासियों को मई व जून माह के लिए 5 किलो प्रति व्यक्ति प्रति माह निःशुल्क गेहूं एव प्रति राशन कार्ड प्रति माह एक किलो चना उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिले में अब तक 42 हजार 225 परिवारों के एक लाख 51 हजार 22 व्यक्तियों को गेहूं एवं चना उपलब्ध करवाया जा चुका है। जिले में जून माह का नियमित एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का एक साथ 10 किलोग्राम गेहूं वितरित किया गया।
उन्होंने बताया कि जिले में औद्योगिक गतिविधियां भी लॉकडाउन खुलने के पश्चात आरंभ हो चुकी है। लगभग 2 हजार 581 इकाईयां वर्तमान में कार्यरत है। जोकि कुल इकाईयों का 65 प्रतिशत है। लगभग समस्त बड़ी इकाईयां चालू हो गयी है। इसी प्रकार एक्सग्रेसिया पेमेंट के अंतर्गत जरूरतमंद परिवारों को 2500-2500 रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवायी गयी। अब तक 10 हजार 426 परिवारों को 260.65 लाख की राशि संबंधित व्यक्तियों के खाते में जमा कराई जा चुकी है। जिले में कृषि विभाग द्वारा 57 टिड्डी नियंत्रण ऑपरेशन किए गए। प्रभारी मंत्री ने टिड्डी नियंत्रण के लिए किए गए प्रयासों को सराहा।
प्रवासियों की सहायता
जिला कलक्टर श्री शर्मा ने प्रभारी मंत्री को बताया कि अजमेर जिले से 18 हजार 135 प्रवासियों, जायरीन एवं श्रमिकों को बस और ट्रेन से उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया। इसी तरह अजमेर जिले में कोरोना महामारी के दौरान प्रतिमाह 2 लाख 87 हजार से अधिक व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इनमें 11 हजार 500 से अधिक पालनहारों, 21 हजार से अधिक विशेष योग्यजन, एक लाख 61 हजार से अधिक वृद्धजन एवं 75 हजार से अधिक विधवा महिला शामिल है।