पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री एवं विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के स्पीक अप फाॅर डेमोक्रेसी अभियान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस जिस प्रकार खुलेआम सभी कानून व मर्यादाओं की धज्जियां उड़ा रही है उन्हें लोकतंत्र की दुहाई देने का कोई हक नहीं रहता। लोकतंत्र की आड़ में सत्ता बचाये रखने का सारा खेल खेला जा रहा है और प्रदेश की जनता त्रस्त हो रही है।
देवनानी ने कहा कि बाड़ेबंदी से विधायकों को सीधे राजभवन ले जाकर घेराव-प्रदर्शन कराना कौनसा लोकतंत्र है। राजभवन का जनता द्वारा घेराव की चैतावनी तथा मुख्यमंत्री स्तर पर इसकी सुरक्षा से हाथ खींचना कहां का लोकतंत्र है। कभी एसओजी व पुलिस आदि सुरक्षा एजेंसियों का दुरूपयोग कर पक्ष-विपक्ष के विरोधियों पर अनावश्यक दबाव बनाने वाली कांग्रेस किस मुंह से अब लोकतंत्र की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि इसी कांग्रेस ने तो 93 बार जनता द्वारा चुनी हुई बहुमत की सरकारों को बर्खास्त किया है तथा न्यायालय द्वारा चुनाव अवैध घोषित करने पर प्रधानमंत्री की कुर्सी बचाने के लिए देश पर आपातकाल थोंपा था।
देवनानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले तथा राज्यपाल को प्रस्ताव देने से पहले ही देशभर में राजभवनों पर प्रदर्शन की घोषणा करना पूरी तरह अंसवैधानिक है फिर भी कांग्रेस द्वारा लोकतंत्र की बात की जा रही है।
बहुमत है तो बाड़ेबंदी क्यों –
देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार सरकार के पास बहुमत होने का दावा कर रहे है किन्तु यदि उनके पास स्पष्ट बहुमत है तो फिर विधायकों को 13 जुलाई से बाड़ेबंदी में जबरन क्यों बैठा रखा है। जब उनसे बहुमत साबित करने के लिए कोई नहीं कह रहा तो फिर वे विधान सभा का सत्र बुलाने पर क्यों अड़े है। उन्होंने कहा कि इससे यह साफ होता है कि मुख्यमंत्री गहलोत की सरकार कहीं न कहीं खतरे में जरूर है और अपनी कमजोरी छुपाने व कांग्रेस की अन्र्तकलह से जनता का ध्यान भटकाने के लिए वे भाजपा पर आरोप लगा रहे है।
कोरोना के कारण स्थगित किया था सत्र, अब उसी विषय पर बुला रहे-
देवनानी ने कहा कि सरकार ने पूर्व में कोरोना महामारी को देखते हुए राजस्थान विधान सभा का सत्र स्थगित किया था और अब राज्यपाल से उसी विषय पर सत्र बुलाने का आग्रह किया जा रहा है। कांग्रेस सरकार की यह दोहरी नीति प्रदेश के हित में ना होकर केवल सरकार बचाने का प्रयास प्रतीत होती है।
प्रदेश में कानून की धज्जियां उडाकर किया प्रदर्शन-
देवनानी ने यह भी कहा कि शनिवार को प्रदेशभर में कांग्रेसियों ने सारे कानूनों की धज्जियां उडाकर धरने-प्रदर्शन किये। एक तरफ प्रदेश में चारों ओर कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैलता जा रहा है और कांग्रेस के धरने-प्रदर्शन में सोशल डिस्टेसिंग सहित भीड़ एकत्रीकरण के किसी नियम-कायदे की कोई पालना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जब इस प्रकार के आयोजन हो रहे है तो इससे जनता में क्या संदेश जाएगा तथा कोरोना पर नियंत्रण कैसे सम्भव हो पाएगा।