6973 kWh क्षमता के सोलर पैनल स्थापित कर प्रतिवर्ष 3.96 करोड राजस्व की बचत
बिजली की बचत और पर्यावरण संरक्षण का उत्तरदायित्व आज व्यक्ति विषेष का न होकर सभी का हो गया है। ऊर्जा संरक्षण के साथ पर्यावरण को सुदृढ़ बनाने के लिये रेलवे भी लगातार सकारात्मक कदम उठा रहा है, जिसमें परम्परागत संसाधनों के स्थान पर पर्यावरण अनूकुल स्त्रोतो का अधिकाधिक उपयोग किया जा रहा हैं।
रेलवे भी अपने प्रयासों को गति प्रदान कर प्रदुषण रहित पर्यावरण की मुहिम को बढाने के साथ-साथ राजस्व की भी बचत कर रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे परिक्षेत्र सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए समृद्व है। इस रेलवे पर विगत समय में सौर ऊर्जा पर काफी कार्य किये गये है। इस रेलवे पर अभी तक कुल 6973 kWh क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किये गये है। इन सौलर पैनल के स्थापित होने से इस रेलवे पर प्रतिवर्ष 76 लाख से अधिक यूनिट की ऊर्जा की बचत की जा रही है तथा 3.96 करोड रूपये के राजस्व की बचत की जा रही है।
हरित ऊर्जा की पहल के अन्तर्गत जयपुर स्टेशन पर 500 kWh क्षमता के 02 तथा अजमेर स्टेशन पर 500 kWh क्षमता का 01 के तथा जोधपुर स्टेशन पर कुल 770 kWh के उच्च सोलर पैनल स्थापित कर ऊर्जा प्राप्त की जा रही है। उत्तर पश्चिम रेलवे के क्षेत्राधिकार में जोधपुर वर्कशॉप (440 kWh), मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय-जोधपुर (230 kWh), क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान-उदयपुर (180 kWh), भगत की कोठी (कुल 250 kWh) मारवाड़ जं. (120 kWh) सहित अन्य स्टेशनों पर भी सोलर पैनल स्थापित कर विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उत्तर पश्चिम रेलवे में 8.68 मेगावॉट क्षमता के सोलर सिस्टम लगाने के कार्य प्रगति पर है। रेलवे का सौर ऊर्जा पर यह प्रयास निरंतर और अनवरत जारी है।
Ashok Kumar Chouhan,
Chief Public Relations Inspector
Ajmer Division, North Western Railway.
Mobile 9001196972