देवनानी ने कहा कि कोरोना के समय केन्द्र सरकार से प्राप्त 70 हजार टन गेहूं को बांटकर तथा केन्द्र से प्राप्त धन से मनरेगाा में रोजगार देकर आंकड़ों की झूठी वाहवाही लूटने में कांग्रेस सरकार मस्त हो रही है जबकि प्रदेश में दिन-दहाड़े हो रही हत्याओं को नहीं रोक पाने से जनता त्रस्त हो रही है। अजमेर में चेन स्नेचिंग व चोरियों की आए दिन घटनाएं हो रही है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। कोरोना संक्रमितों की संख्या निरन्तर बढ़ रही है फिर भी चिकित्सा मंत्री चेन की बंशी बजा रहे है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर तरफ व्यवस्थाएं चरमरा रही है मुख्यमंत्री को इन पर ध्यान देना चाहिए जबकि वे तो जनता का ध्यान बांटने के लिए बार-बार केन्द्र को पत्र लिखकर अपनी जिम्मैदारी से बच रहे है। देवनानी ने कहा कि आप श्वेत पत्र जारी कर बताये कि मार्च से लेकर 31 अगस्त तक राज्य सरकार को किस-किस मद में कितनी-कितनी राशि की सहायता केन्द्र से मिली तथा राज्य सरकार ने अपने कोष से कितनी राशि इन मदों में खर्च की तो सारी वास्तविकता सामने आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकर ने 1.28 लाख भर्तियों की घोषणा विधान सभा में की जिसमें से अब तक 16 हजार पदों की विज्ञप्तियां जारी की है। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर सर्वाधिक वेट लगाया जा रहा है जिससे इनके दाम यहां पर देशभर में सबसे ज्यादा है। जनता को ऐसे समय में भी दोनों हाथों से लूटा जा रहा है।