मिलीभगत करने वाले वीक्षकों के निलंबन की अनुषंसा

अजमेर 9 सितम्बर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की सीनियर सैकण्डरी विज्ञान वर्ग परीक्षा वर्ष 2020 में धौलपुर के गोविन्द पब्लिक उच्च माध्यमिक वि़द्यालय परीक्षा केन्द्र पर वनस्थली शिक्षा निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय गऊशाला, धौलपुर के परीक्षार्थी धनराज सिंह रोल नम्बर 2709745 द्वारा कपटपूर्ण तरीके से उसी परीक्षा केन्द्र की मेघावी परीक्षार्थी कु. दीप्ति नामांक 2709743 की 13.03.2020 को आयोजित भौतिक विज्ञान की उत्तरपुस्तिका पर अपना (धनराज) नामांक दीप्ति की उत्तरपुस्तिका पर परीक्षा कक्ष में पर्यवेक्षण हेतु नियुक्त परीक्षकों की मिलीभगत से बदल दिया। बोर्ड ने इस प्रकरण में मिलीभगत करने वाले वीक्षक श्रीमती अल्का परमार अध्यापिका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फिरोजपुर जिला धौलपुर और प्रदीप दीक्षित वरिष्ठ अध्यापक राजकीय उच्च माध्यमिक वि़द्यालय लखेपुरा बाडी जिला धौलपुर को निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर से तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने एवं राजकीय सेवा से बर्खास्त करने की अनुशंषा की है।

बोर्ड के सचिव अरविन्द कुमार सेंगवा ने बताया कि जब यह प्रकरण बोर्ड के संज्ञान में आया तो बोर्ड ने अविलम्ब तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर धौलपुर भेज कर जांच करवाई। बुधवार को कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बोर्ड को सौंप दी। कमेटी ने अपनी रिपेार्ट में बताया कि निजी विद्यालय के छात्र धनराज सिंह ने भौतिक विज्ञान की सैद्धान्तिक परीक्षा के दिन अपने कक्ष में मौजूद वीक्षक के सहयोग से अपने ही विद्यालय की मेघावी छात्रा दीप्ति की उत्तरपुस्तिका के प्रथम पृष्ठ पर अपना नामांक अंकित कर दिया और धनराज सिंह ने स्वयं की उत्तरपुस्तिका पर दीप्ति का नामांक लिख दिया। इस प्रकरण में इस परीक्षा केन्द्र के परीक्षा प्रभारी केदार सिंह अध्यापक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फिरोजपुर जिला धौलपुर और केन्द्राधीक्षक मुकेश शर्मा प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फिरोजपुर जिला धौलपुर तथा अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक नीरज शर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक बरेलापुर जिला धौलपुर की भूमिका पर्यवेक्षणीय लापरवाही मानते हुए विभागीय कार्यवाही की अनुशंषा की है। परीक्षार्थी धनराज सिंह की वर्तमान परीक्षा निरस्त कर आगामी दो वर्षों के लिए बोर्ड परीक्षा के लिए डिबार घोषित किया गया है। दीप्ति को न्याय प्रदान करते हुए उसके सहीं अंक दर्ज कर संशोधित परिणाम जारी करने का निर्णय भी लिया गया।

श्री सेंगवा ने बताया कि समिति द्वारा यह भी अनुशषा की गई है कि भविष्य में निजी विद्यालयों के परीक्षार्थियों का परीक्षा केन्द्र निजी विद्यालयों में नहीं रखा जाना उचित होगा। धौलपुर के जिला शिक्षा अधिकारी सियाराम मीणा के संयोजन में गठित इस जांच समिति में अजमेर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सोमलपुर के प्रधानाचार्य भागचंद मण्डावरिया और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रामसर के प्रधानाचार्य नरेश जारवाल सदस्य थे।

उप निदेशक (जनसम्पर्क)

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