वरिष्ठ भाजपा नेता एवं अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा यूपी में दुष्कर्म की घटना पर होहल्ला करने तथा राजस्थान में पिछले दिनों में लगातार घटित दुष्कर्म की घटनाओं पर उनके मौन धारण करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें बाहर की पटेलाई छोड़ कर पहले अपने घर को संभालना चाहिए।
देवनानी ने कहा कि यूपी के हाथरस व बलरामपुर में दुष्कर्म के मामलों में आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी ही चाहिए किन्तु राजस्थान में पिछले 15 दिनों में रेप व गेंगरेप की कई वारदातें हुई है, वहीं हफ्तेभर में अजमेर, सीकर, जयपुर, बांरा, अलवर, सिरोही में दुष्कर्म की घिनौनी वारदातें हुई है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौन धारण करे बैठे है तथा प्रदेश में कानून व्यवस्था व महिला सुरक्षा को लेकर बिल्कुल गंभीर दिखाई नहीं दे रहे जबकि गृह मंत्री की जिम्मैदारी भी उनके पास ही है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार को प्रदेश की बालिकाओं व महिलाओं जिनके साथ दुष्कर्म की घनौनी वारदातें हुई है उनकी चींखें क्यों नहीं सुनाई दे रही ? प्रदेश में लगातार घटित रेप व गैंगरेप की घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर कोई सख्त कदम अब तक क्यों नहीं उठाएं ? दुष्कर्म पीड़िताओं की सुनवाई क्यों नहीं हो रही तथा उन्हें न्याय कब मिलेगा ? खुद को संवेदनशील बताने वाले मुख्यमंत्री गहलोत महिला सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाने के बजाय रेप पीड़ित बच्चियों पर अनर्गल बयान दे रहे है जोकि बेहद शर्मनाक है।
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी में घटित दुष्कर्म की घटना पर जिस प्रकार से प्रतिक्रया व्यक्त की है वे राजस्थान में घटित दुष्कर्म की वारदातों पर क्या कहेंगे या फिर यहां पर कांग्रेस की सरकार होने से उन्हें ना तो कुछ नजर आ रहा है और ना ही कुछ सुनाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि क्या वे यूपी की भांति ही राजस्थान की घटनाओं के लिए भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगेगे या फिर कोरी राजनैतिक नोटंकी कर रहे है।