जैन संत परम पूज्य गिरनार गौरव आचार्य 108 श्री निर्मलसागर जी महामुनिराज जिन्होंने सिद्धक्षेत्र गिरनार की रक्षा हेतु अपना सर्वस्व न्योछावर किया एवम सराकोद्धारक जिन्होंने अनेको जीवन में प्रज्ज्वलित की ज्ञान की ज्योति युवा पीढ़ी को जागरूक किया कई संस्थाओं को संगठित किया व जैन समाज की प्रतिभाओं को संम्मानित करने वाले आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज के असामयिक देवलोकगमन के समाचार बहुत ही पीड़ादायक है श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति अजमेर संभाग की सभी सदस्याएं विनयपूर्वक आस्था व श्रद्धा के साथ विनयांजलि प्रेषित की
राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष व युवामहिला संभाग अध्यक्ष अजमेर की अध्यक्ष मधु पाटनी ने बताया कि
संरक्षक श्रीमती निर्मला पांड्या,महिला संभाग अध्यक्ष श्रीमती शिखा बिलाला,मंत्री श्रीमती आशा पाटनी,
श्रीमंती सोनिका भैंसा, संस्थापक
श्रीमंती सूर्यकांता जैन
श्रीमती अर्चना गंगवाल
श्रीमंती रोशनी सोगानी शिरोमणि संरक्षक
श्रीमंती आशा जैन शुभम परम संरक्षक आदि ने विनयांजलि प्रेषित की
मधु पाटनी