केकड़ी 5 फरवरी (पवन राठी)ये राजनीति है साब इसमें सब कुछ मुमकिन है और हसीन ख्वाब देखना की तो पूरी तरह से स्वतंत्रता हमारे देश के लोकतंत्र में उपलब्ध है !
फिर इस अवसर को भुनाने से कोई क्यो चूकना चाहेगा।यही लब्बो लुआब इन दिनों केकड़ी की सियासत के है।केकड़ी पालिका के संपन्न चुनावो में 40 में से 21 सीटे कांग्रेस के खाते 17 भा ज पा के और 2 निर्दलीयों के खाते में गई।
इन सबके बावजूद भी उपाध्यक्ष पद पर भा ज पा अपने पार्षद की जीत के हसीन सपने देख रही है क्योंकि उसको देश के लोकतांत्रिक संविधान ने ये अधिकार जो दे रखे है।
पालिका उपाध्यक्ष पद को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई है। जहां कांग्रेस बहुमत के आधार पर निश्चिंत है वहीं भाजपा भी क्रॉस वोटिंग को आधार मानकर उम्मीद पाले हुए है। उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस की ओर से मंजू बज, नवलकिशोर दाधीच व अमरी देवी चौधरी के नामों की चर्चा है, इसमें सबसे प्रबल दावेदार मंजू बज को बताया जा रहा है। हालांकि सभी दावेदार उपाध्यक्ष पद हासिल करने के लिए अपनी ओर से पूरी ताकत लगा रहे हैं। मंजू बज के लिए कहा जा रहा है कि महाजन वर्ग को साधने के लिए कांग्रेस उन्हें उपाध्यक्ष बना सकती है, उन्होंने पूर्व पालिकाध्यक्ष अनिल मित्तल की पत्नी इंदु मित्तल को भी अच्छे मतों से शिकस्त दी है साथ ही मंजू बज का महाजन समाज की महिलाओं में अच्छा खासा वर्चस्व है ऐसे में उनकी दावेदारी सबसे प्रबल मानी जा रही है। वहीं नवल किशोर दाधीच की दावेदारी भी मजबूत बताई जा रही है वे लम्बे समय से कांग्रेस के सक्रिय कर्मठ कार्यकर्ता हैं, उनके लिए ब्राह्मण समाज भी लॉबिंग कर रहा है। इसी प्रकार अमरी देवी चौधरी जो कि पहले भी पालिका उपाध्यक्ष पद पर रही हैं कि भी दावेदारी मजबूत बताई जा रही है। वहीं कुछ अन्य पार्षद भी अपने अपने तरीके से उपाध्यक्ष पद के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। उधर भाजपा भी पालिका उपाध्यक्ष पद के लिए ऐसे चेहरे पर दांव खेलने की रणनीति बना रही है जिसे देख कांग्रेस के नाराज पार्षद क्रॉस वोटिंग कर सकें। हालांकि भाजपा का यह सपना पूरा होता नहीं दिख रहा क्योंकि सामने राजनीति के धुरंधर डॉ रघु शर्मा हैं जो प्रदेश की राजनीति करते हैं।