कांग्रेस के वरिष्ठ युवा नेता व मानव अधिकार परिषद के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश गुप्ता ने अजमेर शहर में गत दिनों खुलेआम एटीएम लूट की जो घटना घटी उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि वह सभी बैंक मैनेजर को कड़ाई से पाबंद करें कि वह अपने अपने एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात करें।
शैलेश गुप्ता ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि कई सालों से मेरे द्वारा समाचार पत्रों पर उच्च अधिकारियों को पुलिस अधीक्षक को इस बारे में कई शिकायतें पत्र लिखें परंतु आज तक भी उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। अजमेर जिले के 95% एटीएम ऐसे हैं जहां पर सुरक्षा गार्ड नहीं है, उनके कैमरे खराब पड़े हैं, एटीएम पर कोई साफ सफाई की व्यवस्था नहीं है, पर्ची नहीं मिलती है। शैलेश गुप्ता ने कहा कि एक एटीएम पर आठ 8 घंटे के तीन सुरक्षाकर्मी लगते हैं उनके लगने से बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा जहां पर यह सुरक्षा गार्ड खड़े होंगे उसके आसपास के सारे क्षेत्र की दुकानों पर एवं क्षेत्र पर इनकी निगाह रहने से अपराध कम होंगे। बैंक अधिकारी एटीएम उपयोग करने वाले सभी उपभोक्ताओं से एटीएम का चार्ज लेते हैं। फिर सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं उपलब्ध कराते हैं। आज इन एटीएमओं की सुरक्षा भी पुलिस के हवाले हैं। पुलिस को एटीएम की रक्षा करनी पड़ रही है।
शैलेश गुप्ता ने आक्रोश भरे शब्दों में कहा कि जब कोई घटना घट जाती है उसके बाद ही उस पर कार्यवाही अमल में लाई जाती है। जैसे सूरत के अंदर कोचिंग सेंटर में आग लग गई तो अजमेर शहर के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच हुई, ट्रैक्टर ट्रॉली के एक्सीडेंट से पार्षद पुत्र की मृत्यु हुई तो सभी ट्रैक्टर-ट्रॉली बंद हो गए,समारोह स्थल में घटना घटी तो अजमेर के सभी समारोह चल की जांच हुई,चंबल में नाव हादसा हुआ तो सभी जगह नावों की जांच हुई, भीलवाड़ा में कच्ची शराब दुखान्तिका हुई तो सभी जगह जांच होने लगी ,ब्यावर में गैस दुखान्तिका हुई तो सब जगह जांच हुई। प्रशासन पूर्व में ही सब की जांच समय-समय पर क्यों नहीं कराता है, क्यों किसी हादसे का इंतजार करता है उसके बाद ही कार्यवाही अमल में लाई जाती है जबकि इन अधिकारियों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने अपने क्षेत्र की समय-समय पर जांच कराता रहे।