जांच की मांग क्यों नहीं कर रहे भाजपा के विधायक व सांसद

केंद्र सरकार के वेंटिलेटर खरीद,ऑक्सीजन प्लांट लगाने के ठेके व वैक्सीन प्रकरण की जांच की मांग क्यों नहीं कर रहे भाजपा के विधायक व सांसद

अजमेर/ आज के समाचार पत्र व सोशल मीडिया पर भाजपा विधायकों द्वारा जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे से प्राप्त मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के विशेष निर्देशों के चलते वैक्सीनव अन्य उपकरण खरीदने के लिए दिए गए निर्देशों के तहत विधायक कोष से दी गई राशि से खरीदे गए कंसन्ट्रेटर,मेडिकल उपकरण आदि की खरीद में घोटाले की आशंका जताते हुए निष्पक्ष एजेंसियों से जांच की मांग की है ,जो स्वागत योग्य है ।
अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान उपाध्यक्ष व पूर्व पार्षद प्रताप सिंह यादव व पूर्व उपाध्यक्ष कैलाश झालीवाल ने कहा की कांग्रेस का काम विपक्ष के हर बात का विरोध करने का नहीं रहा । इसलिए हम भी श्री वासुदेव देवनानी, श्रीमती अनिता भदेल व श्री सुरेश रावत सहित अन्य भाजपा विधायकों की जांच की मांग का समर्थन करते हुए इसकी सघन न्यायायिक जांच की मांग करते हैं ।
अजमेर शहर काँग्रेस एस सी विभाग उपाध्यक्ष सौरभ यादव ने बताया की कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा की भाजपा के किसी भी विधायक अथवा सांसद मैं आज तक यह मुद्दा क्यूँ नहीं उठाया कि पीएम केयर्स फंड के माध्यम से सीधे ही केन्द्र सरकार ने जो वेंटिलेटर्स व अन्य उपकरण खरीदे गए थे व तकनीकी कमीयों व हल्की क्वालिटी के कारण उपयोग में नहीं आ पाए । इसी प्रकार केंद्र सरकार ने सीधे ही केंद्रीय मंत्रालयों के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट लगने के ठेके किए जो 6 महीने बाद भी जब कोरोना भयानक रूप ले चुका था ,तब तक वह ऑक्सीजन प्लांट अधिकांश स्थानों पर स्थापित ही नहीं हो पाए और मोदी जी चलकीपूर्ण ढंग से अपनी इस गलती को छुपाने के लिए राज्य सरकार को दोषी बताने लगे । उल्लेखनीय है कि जैसा समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी में आया है की पूरे देश के लिए वेंटिलेटर्स व ऑक्सीजन प्लांट की निविदाएं केंद्र सरकार के माध्यम से निकाली गई व राज्य सरकारों द्वारा बताए गए स्थान पर केंद्र के प्रतिनिधियों की देखरेख में ही यह प्लांट लगने थे व वेंटिलेटर की सप्लाई भी केंद्र के निर्देश पर ही उसके द्वारा चयनित फर्म द्वारा ही की गई थी । जब वेंटीलेटर्स खराब निकले तो उस सप्लायर फर्म का योग्य विशेषज्ञ उन खराब वेंटिलेटर्स को ठीक करके व उसमें खराब पार्ट्स को बदलने के लिए भी समय पर क्यूं नहीं पहुंचा । जबकि नए पेटी पैक वेंटिलेटर स्कोर सप्लाई के समय ही स्थापित करने के लिए ही सप्लायर का कर्मचारी आना चाहिए था आश्चर्य तो इस बात का है कि पेटी पैक वेंटिलेटर मैं पार्ट्स बदलने की स्थिति कैसे आई ।
समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए वह राजनीतिक पारदर्शिता दिखाते हुए भाजपा विधायक गण वह सांसद महोदय को केंद्र सरकार से भी इस प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच की मांग करनी चाहिए थी वह नहीं की गई जो दुर्भाग्यपूर्ण है ।
अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी की निवर्तमान सचिव व पूर्व पार्षद श्रीमती तारा देवी यादव,सचिव सुरेश कुमार लद्दड ,अनुसूचित जाति विभाग के उपाध्यक्ष सौरभ यादव, आईटी सेल के अनुपम शर्मा ,अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश सचिव अली अकबर घोसी, पायलट यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष धर्मा राम गुर्जर ,अजमेर शहर जिला महिला कांग्रेस कि निवर्तमान उपाध्यक्ष मीनाक्षी यादव , शमसुद्दीन ,पीयूष सुराणा प्रेम सिंह गौड़ ,अहमद हुसैन ,नमन जैन, मोहसीन रंगरेज ,मोहम्मद यूनुस खान ,बदरुद्दीन कुरैशी व शेख लतीफ आदि ने कहा कि पीएम केयर्स फंड से केंद्र सरकार द्वारा खरीदे गए पूरे देश के लिए वेंटिलेटर्स, ऑक्सीजन प्लांट व अन्य उपकरण के साथ-साथ ,कोरोना वैक्सीन खरीदने के समस्त प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच हो ।
साथ ही यह भी स्पष्ट हो कि जब भारत में दो निर्माताओं द्वारा तथाकथित भारतीय वैक्सीन बनी है तो उन्होंने भारत की 135 करोड़ आबादी के लगने योग्य वैक्सीन ,भारत सरकार को देने से पहले विदेशों के आर्डर कैसे ले लिए व भारत सरकार ने समय पर पर्याप्त वैक्सीन के आर्डर क्यों नहीं दिए ।
खुद की वैक्सीन विदेशों मैं सहायता के रूप में देने व बेचने के बाद हमारी स्थिति देने वाले की जगह ,विदेश से वैक्सीन मांगने वालों जैसी दयनीय कैसे बनी

इस सब की बाद जांच आम जनता के सामने सत्यता रखी जाए । इसी के साथ पीएम केयर फंड की आय व्यय का समस्त विवरण सार्वजनिक किया जाए व श्वेत पत्र जारी किया जाए ।
इसी के साथ विशेष रूप से 18-44 वर्ष के युवाओ को केंद्र सरकार की तरफ से फ्री वैक्सीन लगवाई जाए जो कि महामारीओ के समय भारत की परंपरा रही है । आज विश्व अगर भारत से दबता है अथवा भारत से दोस्ती करना चाहता है तो उसका मुख्य कारण यह है कि विश्व के सर्वाधिक युवा भारत में है व युवा ही किसी देश की उन्नति वह प्रगति के प्रतीक होते हैं । लेकिन श्री नरेंद्र मोदी जी इन युवाओं को वह होनहार बच्चों का वैक्सीनेशन केंद्र की ओर से करना ही नहीं चाहता । केंद्र को पता है की सभी राज्यों की आर्थिक स्थिति खराब है । ऐसी स्थिति में वह केंद्र के सामने गिडगिडाएंगे वह अंत में केंद्र फ्री वेक्सीन लगाकर वाह वाही लूटने का मोदीजी का चेहरा चमकाने का षड्यंत्र प्रतीत होता है व महामारी में भी अपना हित साधने की इच्छा प्रतीत हो रही है । जो दुर्भाग्यपूर्ण है ।

(सौरभ यादव)
निवर्तमान उपाध्यक्ष: अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी (एस.सी. विभाग)

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