पानी की सप्लाई 48 घंटे के अंतराल से करें-देवनानी

-उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल समस्या संबंधी बैठक में जलदाय विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश
-वर्तमान में 72 से 96 घंटे के अंतराल व कम प्रेशर से पेयजल सप्लाई होने से जनता को हो रही है परेशानी
-सभी खराब हैंडपम्पों को जल्द ठीक कराया जाए, पेयजल की विकट समस्या वाले क्षेत्रों की सूची भी अधिकारियों को सौंपी

प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 23 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने जलदाय विभाग के अधिकारियों को पेयजल समस्या से तुरंत निजात दिलाने, 48 घंटे के अंतराल से पानी सप्लाई करने और छोटी पड़ चुकी व क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यदि इसमें देरी होती है, तो पेयजल से त्रस्त जनता का आक्रोश कभी भी फूट सकता है।
देवनानी ने बुधवार को उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल समस्या संबंधी बैठक में जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता विष्णु शर्मा और उनके सहयोगी अधिकारियों से कहा कि अनेक क्षेत्रों में 72 से 96 घंटे के अंतराल से और बहुत कम प्रेशर से पानी आ रहा है। यदि किन्हीं क्षेत्रों में पाइप लाइनें बढ़ती आबादी के कारण छोटी पड़ गई हैं, पुरानी और क्षतिग्रस्त हो गई हैं, तो उन्हें बदलने की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाए। हो सकता है कि ऐसी खराब पाइप लाइनों के कारण भी कम प्रेशर से पानी सप्लाई हो रहा हो। लेकिन अनेक क्षेत्रों में पाइप लाइनें सही होने के बावजूद पानी सप्लाई का प्रेशर कम होने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिससे लोगों को दैनिक जरूरत का पानी भी नहीं मिल पाता है। चूंकि अधिकांश क्षेत्रों में हैंडपम्प भी खराब पड़े हैं, इसलिए लोगों में पानी की समस्या को लेकर काफी आक्रोश है।
देवनानी ने अधिकारियों से कहा कि सबसे पहले 48 घंटे के अंतराल से सभी क्षेत्रों को नियमित रूप से और पूरे प्रेशर से पानी सप्लाई की व्यवस्था तुरंत शुरू की जाए। इसके लिए जलदाय विभाग को जिस भी स्तर की व्यवस्था करनी पड़े, तुरंत करनी चाहिए। उन्होंने बस स्टैंड वाले वाल्व को बंद रखने, सभी खराब हैंडपम्पों को जल्द से जल्द ठीक कराने और पानी सप्लाई की टाइमिंग में सुधार करने को कहा। उन्होंने अधिकारियों को उन सभी क्षेत्रों की सूची भी सौंपी, जिनमें वर्तमान में पानी की विकट समस्या है।
इन क्षेत्रों में है विकट समस्या
-द्वारकाधीश नगर कीर्ति नगर के पास फाॅयसागर रोड अजमेर में पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप लाइन डली हुई है, किन्तु वह लाइन मुख्य पाइप लाइन से जुड़ी हुई नहीं है, जिससे क्षेत्रवासियो को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। क्षेत्र में इस पाइप लाइन को मुख्य पाइप लाइन से जोड़ने की मांग क्षेत्रवासियों की मांग है।
-वार्ड 3 के क्षे़त्र आर.के. पुरम, बी.के. कौल नगर स्थित पाइप लाइन बहुत पुरानी व छोटी होने के कारण लोगों को बहुत ही कम प्रेशन से पानी मिलता है, जिससे क्षेत्रवासियों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रवासियों ने इस समस्या का समाधान कराने की मांग की है।
-वार्ड 2 के क्षेत्र सूर्यानगरी पुष्कर रोड में पाइप लाइन पुरानी एवं जर्जर अवस्था में है, जिससे पर्याप्त मात्रा एवं पे्रशर से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और क्षेत्रवासी परेशान हैं। क्षेत्रवासियों ने नई व बड़ी स्टील पाइप लाइन बिछाए जाने की मांग की है।
-वार्ड 2 के क्षेत्र पंसद नगर, बैरवा बस्ती, बालाजी वाली गली, यू.आाई.टी. काॅलोनी आदि क्षेत्रांे में पेयजल की लाइन नहीं होने के कारण क्षेत्रवासियो को पेयजल की आपूर्ति नहीं पा रही है।़ इन क्षेत्रों में नागरिकों ने नई पाइप लाइन बिछाने की मांग की है।
-वार्ड 74 के क्षेत्र जी-ब्लाॅक लेन नं. 07 माकडवाली रोड़ मे स्थित पाइप लाइन पुरानी एवं जर्जर अवस्था में है, जिससे पर्याप्त मात्रा एवं पे्रशर से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इस वजह से क्षेत्रवासी परेशान हैं। क्षेत्रवासियों ने नई व बड़ी स्टील पाइप लाइन बिछाए जाने की मांग की है।
-वार्ड 73 के क्षेेत्र आनन्द नगर, विकासपुरी, शान्तिपुरा, गुलाब गैस एजेन्सी वाली गली आदि क्षेत्रांे में स्थित पानी की पाइप लाइन बहुत पुरानी और खराब है और क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पानी का प्रेशर अपर्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने नई व बड़ी स्टील पाइप लाइन बिछाने की मांग की है।
-स्वास्तिक नगर बी. ब्लाॅक फाॅयसागर रोड अजमेर में स्थित पाइप लाइन 4 इंच की है। पानी का प्रेशर कम एवं अपर्याप्त है। क्षेत्रवासियों ने नई एवं 8 इंच की पाइप लाइन डालने की मांग की है।
-वार्ड 4 के क्षेत्र अजय विहार, मोती विहार काॅलोनी रामनगर आदि क्षेत्रांे मेें नई पाइप लाइन बिछाने की आवश्यकता है। वार्ड 3 के क्षेत्र श्रीजी विहार काॅलोनी स्थित सर्विस लाइन काफी दूर से निकल रही है, जिससे पानी सप्लाई एवं पे्रशर अपर्याप्त है। क्षेत्रीय नागरिकों ने इन क्षेत्रों में नई पाइप लाइन बिछाने की मांग की है।
-वार्ड 5 क्षेत्र श्याम नगर, शिवनगर, शिव शक्ति काॅलोनी, प्रकाश नगर काॅलोनी आदि में पानी अत्यधिक कमी है, जिससे क्षेत्रवासी काफी परेशान हैं। यहां स्थित पाइप लाइन 3 या 4 इंच की और वर्षांे पुरानी है। क्षेत्रवासियों ने नई व बड़ी पाइप लाइन बिछाए जाने की मांग की है।
-प्रिंसहिल काॅलोनी बड़ी नागफणी अजमेर में विगत् 15 साल से पानी की लाइन डली हुई है, लेकिन ऊंचाई पर होने के कारण यहां पानी प्रेशर से नहीं आता है। क्षेत्रवासियों की मांग है कि यहां स्थित पाइप लाइन को पहाड़ी पर बनी हुई टंकी से जोड़ा जाए, जो मात्र 200 मीटर पर है।
-पंचशील में हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी और आसपास के अनेक क्षेत्रों में पानी की समस्या है।
-फाॅयसागर रोड पर अनेक काॅलोनियों में पिछले लंबे समय से पानी की समस्या बनी हुई है और जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

भाजपा कार्यकर्ता मुखर्जी के सिद्धांतों व आदर्शों को आत्मसात कर आगे बढ़ें व पार्टी को मजबूत बनाएं-देवनानी
-डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के स्मृति दिवस पर पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित

अजमेर, 23 जून। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक अजमेर उत्तर वासुदेव देवनानी ने कहा है कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। डॉ. मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। देवनानी ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे डाॅ. मुखर्जी के सिद्धांतों और आदर्शों को आत्मसात कर आगे बढ़ें तथा पार्टी को मजबूत बनाएं।
देवनानी बुधवार को अपने निवास पर डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के स्मृति दिवस पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डाॅ. मुखर्जी ने कभी भी सिद्धांतों और राष्ट्रवादी विचारधारा से समझौता नहीं किया। वे तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की कश्मीर नीतियों से खुश नहीं थे। इसीलिए वे कश्मीर नीतियों से असहमति जताते हुए मंत्री पद को ठोकर मारकर सत्ता से बाहर आ गए और जनसंघ की स्थापना की। उन्होंने कहा कि डाॅ. मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। संसद में अपने भाषण में डॉ. मुखर्जी ने धारा-370 को समाप्त करने की भी जोरदार वकालत की। अगस्त 1952 में जम्मू की विशाल रैली में उन्होंने तत्कालीन नेहरू सरकार को चुनौती दी तथा अपने दृढ़ निश्चय पर अटल रहे। अपने संकल्प को पूरा करने के लिए वे 1953 में बिना परमिट लिए जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया गया। 23 जून, 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 379 समाप्त कर डाॅ. मुखर्जी के सपने को साकार कर दिया है।
देवनानी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। वे मानते थे कि विभाजन सम्बन्धी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी। वे इस आधारभूत सत्य को मानते थे कि हम सब एक हैं। हममें कोई अन्तर नहीं है। एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। परन्तु उनके इन विचारों को अन्य राजनीतिक दल के तत्कालीन नेताओं ने अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया। बावजूद इसके लोगों के दिलों में उनके प्रति अथाह प्यार और समर्थन बढ़़ता गया। इस मौके पर भाजपा के अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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